- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- हर घंटे गंभीर अपराध फिर हर घंटे रोष...
बयानबाजी: हर घंटे गंभीर अपराध फिर हर घंटे रोष क्यों नहीं, महिला अत्याचार की खबरों के पीछे राजनीति तो नहीं
- मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने लिया महाविकास आघाड़ी को आड़े हाथ
- उद्धव ठाकरे, शरद पवार पर साधा निशाना
- राज ठाकरे 21 अगस्त से विदर्भ के दौरे पर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य में महिला सुरक्षा के सवालों को लेकर महाविकास आघाडी की आंदोलनकारी भूमिका पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा है-राज्य में हर घंटे गंभीर अपराध हो रहे है। महिला अत्याचार के मामलों को लेकर एक रोज रोष जताने के बजाय हर घंटे रोज क्यों नहीं जताते हैं। अत्याचार पहले भी होते रहे हैं लेकिन हर दिन जो खबरें आने लगी है उसके पीछे राजनीति तो नहीं है? राज ने उद्धव ठाकरे पर यह कहकर तंज कसा कि आघाडी सरकार के समय भी महिलाओं पर अत्याचार के मामले कम नहीं हुए थे। राकांपा प्रमुख शरद पवार को उन्होंने जातिवाद व तोड़फोड़ की राजनीति का एकमात्र जिम्मेदार ठहराया। लाडली बहन योजना से जुड़े सवाल पर उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार की मिमिक्री भी की।
राज ठाकरे 21 अगस्त से विदर्भ के दौरे पर हैं। गोंदिया, गडचिरोली, चंद्रपुर व यवतमाल में पदाधिकारियों से चर्चा के बाद शनिवार को उन्होंने नागपुर में संगठनात्मक समीक्षा की। इस दौरान पत्रकार वार्ता में उनके निशाने पर सबसे अधिक महाविकास आघाडी दिखी। सबसे पहले उन्होंने यह कहकर महायुति का बचाव किया कि लोकसभा चुनाव में राज्य में मोदी व शाह के विरोध के कारण महाविकास आघाडी आगे रही। बदलापुर की घटना को लेकर महाविकास आघाड़ी के महाराष्ट्र बंद के आवाहन को कोर्ट ने अनुमति नहीं दी। आघाडी ने विविध स्थानों पर मूक प्रदर्शन करके रोष व्यक्त किया। इसी विषय पर राज ने कहा-बदलापुर प्रकरण को मनसे की महिला पदाधिकारियों ने उजागर किया। उसके बाद राज्य में लगातार महिला व बच्चियों पर अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही है। केवल लैंगिग शोषण नहीं, बच्चियों की हत्या भी की जा रही है। इन घटनाओं की बढोतरी के पीछे राजनीति तो नहीं है।
हर घंटे गंभीर अपराध : राज ठाकरे ने एनसीआरबी अर्थात नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के साथ कहा राज्य में महिला अत्याचार के प्रकरण पिछले कुछ वर्षों से बढ़ रहे हैं। इनमें दुष्कर्म, दहेजबलि, विनयभंग, लैंगिग प्रताड़ना, मानव तस्करी, महिलाओं के अपहरण की घटनाएं शामिल है। वर्ष 2017 में 4320, वर्ष 2018 में 4974, वर्ष 2019 में 5412, वर्ष 2020 में 4846, वर्ष 2021 में 5954, वर्ष 2022 में 7084 व वर्ष 2023 में 7521 दुष्कर्म के प्रकरण राज्य पुलिस ने दर्ज किए। राज्य में हर घंटे एक गंभीर प्रकरण दर्ज किया जा रहा है। दर्ज नहीं हुए प्रकरणों की संख्या अधिक हो सकती है।
अत्याचार के पीछे राजनीति या चुनाव तो नहीं : राज ठाकरे ने कहा-बदलापुर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। आरोपी को सजा मिलना चाहिए। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने देने के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है। गृहमंत्री को ऐसे मामलों की शून्य जानकारी रहती है। सारी जानकारी पुलिस को रहती है। पुलिस को स्वतंत्र काम करने दें। लाठीचार्ज के बाद पुलिस पर ही कार्रवाई होने लगेगी तो पुलिस स्वतंत्र कैसे काम कर सकती है। ऐसे मामलों में त्वरित सजा मिलनी चाहिए। निर्भया कांड में अपराधियो को 12 साल बाद सजा दी गई। केवल एक घटना को लेकर आंदोलनकारी भूमिका अपना रहे लोगों को एक रोज नहीं हर घंटे रोष व्यक्त करना चाहिए। बदलापुर की घटना के बाद हर दिन जो खबरें प्रचारित प्रसारित हो रही है उससे यह भी लगता है कि इनके पीछे राजनीति तो नहीं, चुनाव तो नहीं।
Created On :   24 Aug 2024 5:47 PM IST