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Nagpur News: बढ़ी हरियाली, 21 फीसदी पेड़ों की बढ़ोतरी- वृक्षगणना के प्राथमिक आंकड़ों से मिली राहत

- आंकड़ों को लेकर त्रिपक्षीय परीक्षण
- 21 फीसदी पेड़ों की बढ़ोतरी हुई
Nagpur News. महानगरपालिका के उद्यान विभाग ने करीब 14 साल बाद शहर में पेड़ों की गणना को आरंभ किया है। इस मर्तबा जारी वृक्षगणना के प्राथमिक आंकड़ों में शहर में 21.6 फीसदी हरियाली बढ़ने का खुलासा हुआ है। साल 2011 की वृक्षगणना के मुताबिक शहर में 21,43,838 पेड़ मौजूद थे, अब इस संख्या में बढ़ोतरी होकर 26,06,887 पेड़ों की संख्या पहुंच गई है। स्थिति सकारात्मक, पर सहज विश्वास नहीं " हालांकि इन आंकड़ों पर सहज ही विश्वास नहीं हो पा रहा है। इसकी वजह यह है कि पिछले एक दशक में शहर में विकास कार्याें के लिए बड़े पैमाने पर हेरीटेज और नॉन हेरीटेज श्रेणी के पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की अनुमति दी गई है। वहीं दूसरी ओर शहर में अवैध रूप से कटाई करने वाली गैंग ने भी अनधिकृत रूप से पेड़ों की कटाई की है। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बाद भी शहर में हरियाली के बढ़ने से पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में सकारात्मक स्थिति मान्य की जा सकती है। उद्यान विभाग के अधिकारी वृक्षगणना के आंकड़ों को त्रिपक्षीय परीक्षण कराने का प्रयास कर रहे हैं।
ऐसे हो रही वृक्षगणना : मनपा के उद्यान विभाग से 6 करोड़ की लागत से वृक्ष गणना की जिम्मेदारी निजी एजेंसी टेराकॉन को दी गई है। 1 मई 2023 को आधिकारिक रूप से गणना प्रक्रिया को आरंभ किया गया है। एजेंसी के अनुरोध पर 6 माह की समय सीमा को बढ़ा कर भी दिया गया है। वृक्ष गणना प्रक्रिया जीआईएस और जीपीएस मैपिंग तकनीक की सहायता से पूरी की जा रही है। वृक्षगणना में पेड़ों के तने के व्यास (न्यूनतम 10 सेमी) और ऊँचाई (न्यूनतम 9 सेमी) सहित 34 अलग-अलग मानकों को शामिल किया गया है। इसके साथ ही फूल और फल देने वाले वृक्ष के साथ ही हेरीटेज श्रेणी में वर्गीकरण किया गया है। सही पहचान के साथ पूरा विवरण दर्ज करने के लिए प्रत्येक पेड़ को एक विशिष्ट पहचान संख्या (यूनिक आईडेंटिटी नंबर) दिया गया है। वृक्षगणना के पूरा होने के बाद शहर में हरियाली, वृक्ष घनता और जैवविविधता से जुडे़ पहचान के स्पष्ट आंकड़े संभव हो पाएंगे।
जोन अनुसार आंकड़े
इस मर्तबा जारी वृक्षगणना में शहर के तीन जोन में हरियाली और पेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी होने का तथ्य सामने आया है। इन जोन में हनुमान नगर, आसीनगर और नेहरूनगर जोन का समावेश है।
साल 2011 में हनुमान नगर जोन में 1,12,130 पेड़ों की संख्या थी, जो अब बढ़कर 3,93,344 पहुंच गई है।
नेहरू नगर में 7,40,946 हो गई है, 2011 में इस जोन में पेड़ों की संख्या 64,511 पाई गई थी।
आसीनगर में साल 2011 में 1,07,955 पेड़ अब 4,91,310 तक पहुंच गए हैं।
लकड़गंज में भी 1,89,098 पेड़ अब बढ़कर 2,53,313 तक पहुंच गए हैं।
गांधीबाग में पेड़ों की संख्या 30,699 से बढ़कर 59,528 तक पहुंच गई है।
आंकड़ों को लेकर त्रिपक्षीय परीक्षण
अमोल चौरपगार, अधीक्षक, उद्यान विभाग, मनपा के मुताबिक साल 2011 की वृक्षगणना के अनुपात में इस मर्तबा 21.6 फीसदी हरियाली बढ़ने का प्राथमिक अनुमान आया है। इन आंकड़ों को लेकर नीरी से त्रिपक्षीय परीक्षण (थर्ड पार्टी ऑडिट) कराया जा रहा है। ऑडिट के बाद 6 माह के भीतर वृक्षगणना के पूरा होने की संभावना है।
Created On :   7 April 2025 9:05 PM IST