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Chandrapur News: तीन दिन से पर्यटकों के लिए बंद है ताड़ोबा का मदनापुर बफर गेट

- मासिक आय से 5 फीसदी राशि जमा करवाने के निर्णय का विरोध
- पर्यटकों की सफारी कोलारा गेट से शुरू की
Chandrapur News ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के वनपरिक्षेत्र पलसगांव (बफर) अंतर्गत मदनापुर बफर गेट को बचत समूह की महिलाओं ने बंद कर दिया। इसका समाधान अब तक नहीं हुआ। ये महिलाएं अपनी मासिक आय का पांच प्रतिशत समिति के खाते में जमा करने के विरोध में प्रदर्शन कर रही हैं।
एक माह पूर्व मदनापुर में कैंपिंग स्थल को मदनापुर गांव की झांसी रानी महिला बचत समूह को स्वयं भोजन करने वाले पर्यटकों की सेवा के लिए कुछ शर्तों के आधीन एक वर्ष के लिए दिया गया। नियम व शर्तों में कहा गया है कि रसोईघर से होने वाली दैनिक आय का 5 प्रतिशत रसोईघर के रखरखाव, उपकरणों की खरीद और मरम्मत के लिए जमा किया जाना चाहिए। बचत समूह की महिलाओं के रसोईघर में कोई सामग्री खराब हो जाती है, तो वे मरम्मत के लिए पैसा खर्च करने के बजाय अधिकारियों के सामने दिखावा करती हैं कि सामग्री खराब हो गई है और उसकी मरम्मत करा देती हैं। इसलिए जब वन परिक्षेत्र अधिकारी ने उन्हें जमा धनराशि के 5 प्रतिशत से इसे खर्च करने को कहा तो बचत समूह की महिलाओं ने पैसा खर्च करने से इनकार कर दिया और मंगलवार रात को जंगल सफारी की ओर जाने वाले रास्ते को कंटीली झाड़ियों से अवरुद्ध कर दिया। इसलिए पर्यटकों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
इस बीच, बुधवार शाम तक इस मुद्दे पर कोई समाधान नहीं निकल पाया था। रसोईघर दो दिनों से बंद है। परिणामस्वरूप, जिप्सी चालक और गाइड मदनापुर गेट तक पहुंचने में असमर्थ रहे और उन्हें नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि पर्यटकों की सफारी को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए वन अधिकारियों ने पर्यटकों की सफारी कोलारा गेट से शुरू कर दी है।
बचत समूह ने दी नाममात्र सेवा : जिस तरह ताड़ोबा बाघ प्रकल्प दुनिया भर में जाना जाता है। उसके अनुासार पर्यटकों को स्थानीय गेट पर सेवा दी जानी चाहिए। इसके लिए नियम व शर्तों के आधीन मदनापुर गेट स्थित रसोई को संबंधित महिला बचत समूह को एक साल के लिए दिया गया, लेकिन सेवा नाममात्र की है। महिला बचत समूह नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। मैंने इस बारे में महिला बचत समूह से बात की, लेकिन उन्होंने कहा कि अगर स्थिति और खराब हो जाए तो आपको इसे स्वयं ही ठीक करना होगा। जबकि जमा धनराशि के 5 प्रतिशत से किसी भी सामग्री की मरम्मत नहीं की जाती है। इसके विपरीत, उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में सूचित कर दिया है और सलाह दे रहे हैं। पर्यटकों की सफारी को नुकसान से बचाने के लिए सफारी मार्ग बदल दिया गया है। -योगिता आत्राम, वनपरिक्षेत्र अधिकारी पलसगांव ( बफर )
Created On : 10 April 2025 8:08 AM