गांव में दहशत: जंगल से सटे गांव के खाली पड़े मकान में तेंदुए ने तीन शावकों को दिया जन्म

जंगल से सटे गांव के खाली पड़े मकान में तेंदुए ने तीन शावकों को दिया जन्म
  • भोजन पानी की तलाश में गांव तक आ रहे वन्यजीव
  • गांव के लोगों दहशत का माहौल
  • घर से निकलने घबरा रहे हैं लोग

डिजिटल डेस्क,. नागभीड़ (चंद्रपुर)। इन दिनों चंद्रपुर के जंगल क्षेत्र से बाघ और तेंदुओं का गांव के घरों तक आना आम बात हो गई है। नागभीड़ तहसील के बालापुर खुर्द में एक झोपड़ी में सोमवार की सुबह 7.30 बजे एक मादा तेंदुआ ने तीन शावकों को जन्म दिया है।

चंद्रपुर जिले में ताड़ोबा अंधारी बाघ प्रकल्प के बाघ और तेंदुए अक्सर रिहायशी क्षेत्र में आ जाते हंै। अब न केवल ताड़ोबा में बल्कि ताड़ोबा के बाहर के जंगलों में भी बाघ और तेंदुए नागरिकों, किसानों के खेतों में दिखाई देते हैं। बालापुर नागभीड़ तहसील में तलोधी (बा) वन क्षेत्र अंतर्गत तलोधी मेंडकी मार्ग पर 1500 आबादी का एक गांव है। जंगल गांव से सटा हुआ है। कुछ घर जंगल से सटे हुए हैं। सोमवार की सुबह कुछ नागरिकों ने देखा कि जंगल के पास एक खाली पड़ा झोपड़ी से तेंदुआ निकल रहा है।

पिछले 15 से 20 दिनों से नागभीड़ तहसील के बालापुर में तेंदुओं ने जमकर दहशत मचा रखी है। इस बीच बाघ ने भी गांव में आकर लोकेश ठावरे, काशीनाथ तरोणे, दिलीप सोनकर, शंकर वाटकर, मंगेश गोंगल अैर कुछ ग्रामीणों की बकरी, गाय और बैल को मार दिया है। इस वजह से गांव में दहशत बनी है। सोमवार की सुबह एक व्यक्ति को एक घर से तेंदुआ बाहर निकलता दिखाई दिया। उसने तत्काल इसकी सूचना ग्रामीणों को दी । ग्रामीणों ने जाकर देखा तो घर के एक कोने में तीन शावक दिखाई दिए। बताया जाता है कि वह घर खाली पड़ा है। सरपंच कमलाकर ठवरे ने तुरंत इसकी सूचना वनविभाग को दी है। इस आधार पर वनविभाग के अधिकारी अपनी टीम के साथ दाखिल हुए हैं। मादा तेंदुओं की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। तलोधी (बा) वन परिक्षेत्र के अधिकारी मादा तेंदुए और शावकों पर नजर रखेंगे।

Created On :   6 Aug 2024 10:46 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story