Amrawati News: 1.56 करोड़ के फ्रॉड की जांच करेगी आर्थिक अपराध शाखा

1.56 करोड़ के फ्रॉड की जांच करेगी आर्थिक अपराध शाखा
  • रेलवे में नौकरी के बहाने जालसाजी
  • अंजनगांव सुर्जी में शिंदे शिवसेना प्रमुख इसोकार समेत चार ने 18 युवकों को ठगा
  • भुक्तभोगियों की संख्या बढ़ने की आशंका

Amrawati News रेलवे में नौकरी पर लगा देने के बहाने 18 युवकों से 1 करोड़ 56 लाख रुपए की जालसाजी करने के मामले में अंजनगांव सुर्जी के शिंदे शिवसेना प्रमुख योगेश उर्फ मुन्ना इसोकार पर एफआईआर दर्ज होने से हड़कंप मच गया है। इसोकार के साथ उसके चार साथियों राजुरा के श्रीकांत फुलसावंदे, परतवाड़ा के विलास जाधव तथा अमरावती के मसानगंज निवासी मॉन्टी उर्फ मेघराजसिंह चव्हाण ठाकुर के खिलाफ फ्रॉड का केस दर्ज हुआ है। गुरुवार को एसपी विशाल आनंद ने इस बड़े फ्रॉड की जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध शाखा के सुपूर्द किया। जालसाजी के शिकार बेरोजगारों की संख्या में वृद्धि होने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है। जिसमें फ्रॉड की राशि भी बढ़ सकती है।

ऐसे खुली पोल : इस मामले में अकोला जिले के अकोट तहसील के रामटेकपुरा निवासी मंगेश वसंतराव हेंड (38) ने पहली शिकायत दर्ज कर की। मंगेश की शिकायत के अनुसार दिसंबर 2021 में योगेश उर्फ मुन्ना इसोकार से उनकी मुलाकात हुई थी। इस समय योगेश ने मंगेश को शिवसेना के तत्कालीन विधायक के जरिए रेलवे में नौकरी दिलाने का विश्वास दिलाया।

नौकरी पर बहाली के लिए बड़ी राशि लगेगी, इसके लिए आपको कम से कम 10 से 15 युवकों को एकत्रित करना होगा।

बड़ी राशि के लिए प्रत्येक युवक को कम से कम 10 लाख रुपये खर्च करने होंगे। योगेश की बातों पर यकीन करते हुए मंगेश ने अपने परिजनों के समक्ष बात रखी। यहां से मंगेश हेंड ने मुन्ना इसोकार के साथ व्यवहार शुरू कर दिया।

नहीं देनी होगी परीक्षा : आरोप है कि योगेश इसोकार ने सभी को रेलवे में नौकरी दिलाने का पक्का वादा तो किया। साथ ही यह भी कहा कि आप किसी को भी रेलवे की परीक्षा नहीं देनी होगी। रुपयों के एवज में आप सभी का सीधे जॉइनिंग ऑर्डर निकाला जाएगा। जो जल्द आपको अपने पते पर पहुंच जाएगा।

कब और कैसे हुआ संदेह : सभी राशि अदाकर्ता युवकों ने योगेश इसोकार के साथ संयुक्त रूप से संपर्क किया। योगेश इसोकार ने बताया कि संबंधित अधिकारी अवकाश पर है। अधिकारी के अवकाश से लौटते ही आप सभी को सेवा पर बहाल कर दिया जाएगा। आप मुंबई में जाकर किसे से भी नहीं मिले। इस तरह के कारण बताकर टालमटौल रवैया अपनाने से सभी को संदेह हुआ। गहराई से जांच करने पर पूरी पिक्चर युवकों के सामने आ गई। स्वयं ठगे जाने पर मंगेश हेंड ने सबसे पहले थाने में शिकायत दर्ज कराई।

किस धारा में हुए नामजद : तमाम सबूत और गवाहों के दिए बयान के आधार पर युवकों की शिकायत पर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 417, 499, 419, 420, 465, 468, 471, 504, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया। थानेदार प्रकाश अहिरे इस मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं।

एक माह पूर्व मिली थी शिकायत : पता चला है कि एक महीना पहले ही अंजनगांव सुर्जी थाने में इस फ्रॉड की शिकायत मिली थी। चूंकि मामला 1.56 करोड़ का होने से फरियादी मंगेश वसंतराव हेंड की यह शिकायत जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भेजी गई। लेकिन वहां से एफआईआर दर्ज करने में एक महीने का समय क्यों लगा? यह यक्ष प्रश्न खड़ा हो गया है।

भायखला के सेंट्रल रेलवे हॉस्पिटल में करवायी मेडिकल जांच : योगेश ने अपने इस फ्रॉड में और तीन की मदद ली। श्रीकांत फुलसावंदे से संपर्क करने के लिए कहा। संपर्क और बातचीत के अनुरूप नागपुर की एक बैंक में आरटीजीएस के द्वारा राशि जमा कराई गई। राशि मिलते ही सभी को मुंबई स्थित भायखला के सेंट्रल रेलवे हॉस्पिटल में मेडिकल जांच के लिए बुलाया गया। मेडिकल जांच के बाद जल्द ही रेलवे के अधिकारी अंजनगांव सुर्जी आएंगे, ऐसा आश्वासन सभी को दिया गया।


Created On :   17 Jan 2025 11:39 AM IST

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