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Amravati News: मुंबई पुलिस ने दर्यापुर से फ्राड करने वाले13 युवकों को लिया हिरासत में
- ऑनलाइन ठगी के बड़े गिरोह से कनेक्शन
- 42 मोबाइल फोन, एक कार, दो बाइक और लैपटॉप जब्त
Amrawati News शहर के साईंनगर (वसंत नगर) में एक मकान में किराए से रहने वाले 18 से 25 वर्ष आयु वाले 13 युवकों को मुंबई पुलिस की टीम ने बुधवार को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई। मुंबई पुलिस की इस छापामार कार्रवाई से दर्यापुर शहर में हड़कंप मचा रहा। ऑनलाइन ठगी के किसी बड़े गिरोह से इन युवकों का कनेक्शन होने का सुराग मिलने पर मुंबई पुलिस द्वारा यह कार्रवाई किए जाने की जानकारी है।
किराए से रह रहे थे ये युवक : मुंबई के वरली थाने में दर्ज एक साइबर अपराध के बाद मुंबई पुलिस की एक टीम बुधवार को दो वाहनों से यहां दाखिल हुई थी। स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपियों के मोबाइल लोकेशन के आधार पर दोपहर 1 बजे वसंत नगर स्थित एक मकान में छापामार कर 13 युवकों को हिरासत में लिया। बुधवार को सुबह अचानक पुलिस की दो गाड़ियां और पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ यहां पहुंचते ही बड़ी संख्या में नागरिकों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस उस मकान में घुस गई, जहां युवक रह रहे थे और उन्हें हिरासत में ले लिया। इनके पास से 42 मोबाइल फोन, एक कार, दो बाइक, लैपटॉप समेत अन्य सामग्री भी जब्त की गयी।
पुलिस ने किया इंकार : युवाओं की गिरफ्तारी तथा इसके कारण के बारे में पुलिस ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। लेकिन चर्चा थी कि यह मामला ऑनलाइन धोखाधड़ी का है। रिपोर्ट के आधार पर हिरासत में लिये गये 13 युवकों को दर्यापुर थाने के एक कमरे में रखा गया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। अमरावती से साइबर क्राइम और एलसीबी की टीम भी दाखिल हुई थी।
रो पड़ा डिब्बेवाला : किराए से रह रहे यह संदिग्ध युवकों को पिछले दो माह से वसंत नगर परिसर का एक युवक सुबह-शाम भोजन के 20 टिफीन पहुंचाता था। पुलिस द्वारा इन युवकों को हिरासत में लिए जाने की खबर सुनकर यह डिब्बा पहुंचानेवाला युवक पुलिस अधिकारियों के सामने इस बात को लेकर रो पडा कि उसे इन संदिग्धों से 20 हजार रुपए लेने बाकी है। तब मुंबई पुलिस ने उसे आश्वस्त किया।
मुख्य आरोपी पुणे का : बताते हैं कि इस मामले का मुख्य आरोपी पुणे में रहता है। उसने इन युवकों को घर से काम करने के लिए रखा था और आपको क्रिप्टो करेंसी पर नजर रखने तथा ओटीपी जनरेट करने और प्राप्त करने के बाद इसे साझा करने का काम सौंपा गया था। यह ऑनलाइन ठगी का बड़ा गिरोह रहने की आशंका जताई जा रही है।
Created On :   16 Jan 2025 11:08 AM IST