एफआईआर से हटाए जाएंगे जूनियर विकटन के निदेशकों के नाम
- इस मामले में पत्रिका के संपादकीय स्टाफ को भी आरोपी बनाया गया था।
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। ग्रेटर चेन्नई के पुलिस आयुक्त शंकर जीवाल ने कहा है कि एक रियल्टी कंपनी को ब्लैकमेल करने के मामले में जूनियर विकटन पत्रिका के निदेशकों के नाम एफआईआर रिपोर्ट से हटा दिए जाएंगे।
शंकर जीवाल ने गुरुवार तड़के एक बयान में कहा कि जूनियर विकटन पत्रिका के निदेशकों के खिलाफ आरोपों का कोई आधार नहीं है।पुलिस आयुक्त ने कहा कि मुख्य आरोपी केविन के साथ द्वि-साप्ताहिक पत्रिका के कुछ स्टाफ सदस्यों के बीच लेन-देन के सबूत थे, जिन्हें एक रियल्टी फर्म को ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
चेन्नई के पुलिस आयुक्त ने बयान में कहा कि यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि क्या जूनियर विकटन के कुछ सदस्य और केविन ब्लैकमेलिंग प्रकरण का हिस्सा थे।बता दें कि मंगलवार को चेन्नई के पत्रकारों ने मनमाने ढंग से द्वि-साप्ताहिक पत्रिका के निदेशकों के नाम छापने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। इस मामले में पत्रिका के संपादकीय स्टाफ को भी आरोपी बनाया गया था।
एक रियल एस्टेट फर्म ने शिकायत की थी कि यूट्यूूूूबर केविन ने द्वि-साप्ताहिक पत्रिका से मजबूत संबंध होने का दावा करते हुए फर्म से रिश्वत के रूप में 50 लाख रुपये की मांग की थी और धमकी दी थी कि अगर रिश्वत का भुगतान नहीं किया गया तो रियल एस्टेट कंपनी के खिलाफ गलत रिपोर्ट प्रकाशित की जाएगी।
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Created On :   26 May 2022 5:30 PM IST