27 घंटे बाद कांग्रेस दफ्तर पहुंचे चिदंबरम, प्रेस कॉन्फ्रेंस की और चल दिए घर, CBI ने किया अरेस्ट
- INX मीडिया मामले में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की 27 घंटों से CBI तलाश कर रही है
- प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद वह अपने जोर बाग स्थित घर चले गए
- बुधवार शाम को चिदंबरम अचानक कांग्रेस दफ्तर पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस की
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। INX मीडिया मामले में कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की 27 घंटों से CBI तलाश कर रही थी। इस बीच बुधवार शाम को चिदंबरम अचानक कांग्रेस दफ्तर पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान चिदंबरम ने उनपर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। चिदंबरम की कांग्रेस दफ्तर पहुंचने की खबर मिलने के बाद CBI की टीम वहां पहुंची लेकिन चिदंबरम तब तक वहां से अपने जोरबाग स्थित घर के लिए निकल चुके थे। इसके बाद CBI की टीम उनके घर पहुंची और उन्हें अरेस्ट कर लिया।
चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "मेरा मानना है कि लोकतंत्र की नींव स्वतंत्रता है, संविधान का जो सबसे महत्वपूर्ण आर्टिकल है वो अनुच्छेद 21 है जो जीवन और स्वतंत्रता की गारंटी देता है। अगर मुझे जीवन और स्वतंत्रता के बीच चयन करने के लिए कहा जाए, तो मैं स्वतंत्रता का चयन करूंगा।"
उन्होंने कहा, "मैं कानून से ‘भाग’ नहीं रहा हूं और मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप ‘झूठे’ हैं। पिछले 24 घंटों में बहुत कुछ हुआ है, जिससे कुछ को चिंता हुई है और कई को भ्रम। INX मीडिया मामले में, मैं और परिवार का कोई भी सदस्य किसी अपराध का आरोपी नहीं है। इस मामले में ED या CBI किसी भी जांच एजेंसी ने कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की है।" उन्होंने कहा, "मुझे लोकतंत्र पर पूरा भरोसा है।"
चिदंबरम ने कहा कि "मैं पूरी रात वकीलों के साथ काम कर रहा था। आज पूरे दिन भी वकीलों के साथ काम कर रहा था।" उन्होंने कहा, "मैं कानून से बच नहीं रहा था, कानूनी बचाव का प्रयास कर रहा था। मैं न्यायालय के आदेश का सम्मान करता हूं। मैं कानून का पालन करूंगा। मैं सिर्फ यही उम्मीद करूंगा कि जांच एजेंसियां भी कानून का सम्मान करेंगी।"
बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम के अग्रिम जमानत के लिए दिए उनके आवेदन को खारिज कर दिया था। दलील को खारिज करते हुए हाईकोर्ट ने कहा था कि "इस मामले में सामने आए तथ्यों से प्रथम दृष्टया पता चलता है कि चिदंबरम मामले में प्रमुख साजिशकर्ता हैं।" इसके बाद चिदंबरम गिरफ्तारी से बचने के लिए गायब हो गए और बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। लेकिन कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए उन्हें शुक्रवार का वक्त दिया।
2007 में जब UPA-1 में चिदंबरम वित्त मंत्री थे उस वक्त उन्होंने मुंबई की INX मीडिया कंपनी को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की मंजूरी दिलाने में मदद की थी। उन्होंने अनियमितता बरतते हुए मीडिया समूह को FIPB क्लीयरेंस दे दिया। इसके बाद INX को 305 करोड़ रुपए मिले। इस मामले में CBI ने 15 मई, 2017 को एक एफआईआर दर्ज की थी। पिछले साल ED ने भी इस मामले में मनी-लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी मामले में आरोपी हैं।
INX मीडिया कंपनी के मालिक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी हैं, जो अपनी बेटी शीना बोरा के मर्डर के आरोप में जेल में बंद हैं।
Created On :   21 Aug 2019 8:46 PM IST