Fake News: क्या है सीएए के विरोध में मुस्लिम शख्स ने उठाया पत्थर?

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Fake News: क्या है सीएए के विरोध में मुस्लिम शख्स ने उठाया पत्थर?
Fake News: क्या है सीएए के विरोध में मुस्लिम शख्स ने उठाया पत्थर?

डिजिटल डेस्क। नागरिकता संशोधन कानून का देश में काफी विरोध हो रहा है। कई जगह हिंसक प्रदर्शन देखने को मिला। सोशल मीडिया पर सीएए को लेकर कई फोटो और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं। ऐसे में एक फोटो काफी वायरल हो रहा है। तस्वीर में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति पत्थर फेंकते हुए नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पत्थर फेंकने पर उत्तरप्रदेश पुलिस ने इस व्यक्ति पर जुर्माना लगाया है। 

फेसबुक पर इसे "एक भारत श्रेष्ठ भारत" ने शेयर किया है। कैप्शन है, रहमान चचा 500 रु लेकर पत्थर फेंकने गए थे। यूपी पुलिस ने उन्हें 1,50,000 का नोटिस भेज दिया। इनको पोस्ट को 1 हजार से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं।

                                                               

                                             

क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल फोटो साल 2016 की है। पड़ताल में हमें  india.com  की एक न्यूज मिली। जिसमें वायरल हो रही तस्वीर मौजूद है। यह खबर 11 जनवरी 2016 को प्रकाशित हुई है। वायरल फोटो पश्चिम बंगाल के मालदा में साल 2016 में हुई विरोध-प्रदर्शन के नाम से पहले से इंटरनेट पर मौजूद है।

                                                                      

ट्विटर पर इसे यूजर ने 7 जनवरी 2016 को शेयर किया था।

                                                                    

वहीं बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक 10 दिसंबर 2019 को लोकसभा में पारित हुआ था। जिसके बाद 11 दिसंबर 2019 को राज्यसभा में पास हुआ। इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिली और यह कानून बन गया।

                                                          

यह साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर का सीएए विरोध से कोई लेना-देना नहीं है। 

Created On :   25 Dec 2019 5:58 AM GMT

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