Panna News: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर में नहीं है कोई महिला डॉक्टर, युवती की मौत पर घण्टों करना पड़ा पोस्टमार्टम के लिए इंतजार

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर में नहीं है कोई महिला डॉक्टर, युवती की मौत पर घण्टों करना पड़ा पोस्टमार्टम के लिए इंतजार
  • सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर में नहीं है कोई महिला डॉक्टर
  • युवती की मौत पर घण्टों करना पडा पोस्टमार्टम के लिए इंतजार

Panna News: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर पर आधारित ६४ ग्राम पंचायतों की आबादी बहुत बडी समस्या से जूझ रही है। काफी लंबे समय से यहां पर एक मात्र चिकित्सक है जो बीएमओ के साथ-साथ चिकित्सीय कार्य कर रहे हैं। अस्पताल में महिला चिकित्सक का पद तो है लेकिन वह खाली पडा हुआ है। जिसके कारण यहां पर पहुंचने वाली महिलाओं को कटनी या पन्ना जाकर अपना इलाज कराने जाना पडता है। सबसे बडी समस्या तब उत्पन्न होती है जब किसी महिला की मौत घटना के चलते होती है। तब घण्टों इंतजार के बाद पोस्टमार्टम होता है। ऐसा ही एक मामला आज निकलकर सामने आया है। शाहनगर विकासखण्ड के मझगवां गांव निवासी २० वर्षीय नवयुवती रूकमणि सिंह गौड उर्फ बेबी पिता झाम सिंह गौड के द्वारा अपने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिये जाने के बाद परिजनों को चार घण्टे तक पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करना पडा।

महिला चिकित्सक के बगैर नहीं हो सकता था पोस्टमार्टम

अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन आज ०८ मार्च को जब सुबह १० बजे मृतिका युवती का शव लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहनगर पहुंचे तो बीएमओ डॉ. सर्वेश लोधी ने दो डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम करवाये जाने की बात कहते हुए हरदुआ खम्हरिया में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ. रेखा जाटव को सूचना भेजी तब जाकर वह लगभग ०२:४२ बजे पहुंची तब कहीं जाकर मृतिका का पोस्टमार्टम हो सका। इस तरह का मामला कोई पहला नहीं हैं ऐसे मामले शाहनगर अस्पताल में अक्सर आते रहते हैं।

जनप्रतिनिध मौन, जनता परेशान

डॉक्टरों की भारी कमीं के चलते जनता परेशान है। उन्हें उपचार के लिए बाहर जाना पड रहा है लेकिन वहां के विधायक, सांसद पूरी तरह से मौन है। उनके द्वारा केवल दिखावे के लिए पत्राचार किया जा रहा है लेकिन कोई भी गंभीर प्रयास नहीं किये जा रहे हैं और अस्पताल की जस की तस स्थिति बनीं हुई है। एक तरफ केन्द्र व प्रदेश शासन सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार व स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता के दावे करती हैे लेकिन वर्षों से खाली पडे डॉक्टरों के पदों को नहीं भर रही है।

अगले माह होनी थी रूकमणि की शादी

मृतिका रूकमणि का अगले माह विवाह होना था। रोते-बिलखते हुए पिता झाम सिंह ने बताया कि यह जानकारी नहीं है कि किन कारणों के चलते मेरी बेटी ने यह आत्मघाती कदम उठाया। इकलौती बेटी की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में हैं।

पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया

शाहनगर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मृतिका का पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

इनका कहना है

डॉक्टरों की कमीं तो पन्ना जिले में हैं, सभी ब्लाकों में है और रही महिला डॉक्टरों की वह तो आवश्यक है। डॉक्टरों के पदों को भरने के लिए भोपाल पत्र भेजा गया है।

सुरेश कुमार, कलेक्टर पन्ना

लगभग छ: डॉक्टरों की पदस्थापना है जिसमें से अकेला मैं ही पदस्थ हूं जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है।

डॉ. सर्वेश लोधी, बीएमओ शाहनगर


Created On :   9 March 2025 2:02 PM IST

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