फर्जी कॉल सेंटर के सर्वर का इस्तेमाल कर यूपी के सीएम योगी को दी गई थी धमकी 

UP CM Yogi was threatened using fake call center servers
फर्जी कॉल सेंटर के सर्वर का इस्तेमाल कर यूपी के सीएम योगी को दी गई थी धमकी 
पर्दाफाश  फर्जी कॉल सेंटर के सर्वर का इस्तेमाल कर यूपी के सीएम योगी को दी गई थी धमकी 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। नई मुंबई पुलिस ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है जिसके जरिए विदेश से आने वाले फोन को स्थानीय कॉल में बदल दिया जाता था। इसके जरिए करोड़ों के राजस्व का चूना लगाने के साथ आरोपियों ने देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी बड़ा खतरा पैदा कर दिया था। जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों के सर्वर का इस्तेमाल करके ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धमकी दी गई थी। नई मुंबई के पुलिस आयुक्त बिपिन कुमार सिंह ने बताया कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, सऊदी अरब जैसे देशों से लोग फोन करते थे तो जिन लोगों को फोन किया जाता था उन्हें स्थानीय नंबर दिखाई देते थे। आरोपियों ने फर्जी कॉल सेंटर के लिए ग्लोबल इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी बनाई थी। इसके जरिए उन्होंने निजी कंपनी से एसआईपी ट्रंक लाइन (लीज लाइन) लिया था। ज्यादातर मामलों में विदेश में रहने वाले रिश्तेदार इस लाइन का इस्तेमाल कर फोन करते थे इसलिए कोई इसकी सूचना पुलिस या संबंधित कंपनी को नहीं देता था। मामले में दूरसंचार विभाग के सुरक्षा अधिकारी ने मामले की जानकारी मिलने के बाद तुर्भे एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। 

सात लाख के उपकरण से सरकार को लगाया 2 करोड़ 60 लाख का चुना  

आरोपियों से 7 लाख रुपए के उपकरण बरामद किए गए हैं जिसकी मदद से वे सरकार को 2 करोड़ 60 लाख रुपए से ज्यादा के राजस्व का चूना लगा चुके हैं। मामले में साजिद जलील सैयद, अब्दुल अजीज फिरोजाबादी, सूरज वर्मा और अनूप वर्मा नाम के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि कई आरोपियों की तलाश जारी है। आरोपी इतने शातिर थे कि जैसे ही पुलिस को किसी मामले में शक होता था और वह जांच शुरू करती थी तो सर्वर डाउन कर दिए जाते थे। गिरोह का जाल कई राज्यों में फैला है। उसके कई कॉल सेंटर चल रहे हैं। 

फर्जी नाम से लिए गए नंबर से दी गई थी योगी को धमकी

डीसीपी सुरेश मेंगडे ने बताया कि योगी आदित्यनाथ को धमकी देने के लिए जिस नंबर का इस्तेमाल किया गया था वह जीवी इंटरप्राइज के नाम पर रजिस्टर था। इसका पता नई मुंबई के वाशी का दिया गया था। लेकिन छानबीन के दौरान पुलिस पते पर पहुंची तो वहां कोई ऑफिस नहीं था। फिलहाल मामले की जांच कर रही उत्तर प्रदेश की गोरखपुर पुलिस को नए खुलासे की सूचना दे दी गई है। 


 

Created On :   25 Oct 2022 9:44 PM IST

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