- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- यूनिवर्सिटी में होगी 107...
यूनिवर्सिटी में होगी 107 कांट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्ति, नहीं होगा रोस्टर लागू

डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए अपने विविध विभागों में 107 शिक्षकों को कांट्रैक्ट बेसिस पर नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। पिछले वर्ष भी नागपुर यूनिवर्सिटी ने 72 कांट्रैक्ट शिक्षकों को नियुक्ति किया था, जिनका कार्यकाल 30 अप्रैल 2019 को पूरा हो गया। अब यूनिवर्सिटी नए सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करेगा। हाल ही में यूनिवर्सिटी में हुई मैनेजमेंट काउंसिल की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई, जिसमें वरिष्ठ सदस्यों ने मुद्दा उठाया कि, नियमों के अनुसार इस नियुक्ति प्रक्रिया में भी आरक्षण लागू होना चाहिए, रोस्टर तय होना चाहिए, लेकिन ऐसा किए बगैर यूनिवर्सिटी यह नियुक्ति प्रक्रिया आयोजित करने जा रहा है। किसी के आपत्ति जताने पर सरकार इन नियुक्तियों को खारिज भी कर सकती है, लेकिन यूनिवर्सिटी अधिकारी बगैर रोस्टर लागू किए नियुक्तियां करने के अपने फैसले पर कायम हैं।
वर्ष 2007-08 में लागू हुआ था
वरिष्ठ सदस्यों के अनुसार कांट्रैक्ट शिक्षकों को फुलटाइम शिक्षक के रूप में नियुक्ति दी जाती है। ऐसे में राज्य सरकार के नियम के अनुसार यहां भी आरक्षण लागू होना चाहिए। रोस्टर तो डेली वेजस के कर्मचारियों के लिए भी लागू है, ऐसे में कांट्रैक्ट शिक्षकों के लिए तो यह लागू होना ही चाहिए। वर्ष 2007-08 मंे जब कॉलेजों में कांट्रैक्ट शिक्षकों की नियुक्तियां होनी थी, तब यूनिवर्सिटी ने उन्हें रोस्टर लागू करते हुए इसकी मंजूरी लेने के आदेश दिए थे। यूनिवर्सिटी में होने जा रही कांट्रैक्ट नियुक्ति में नियमानुसार तो यूनिवर्सिटी के आस्थापना विभाग को रोस्टर तैयार करना चाहिए। इसके बाद मंत्रालय से इसे अंतिम मंजूरी मिलती है। यह प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए, लेकिन विवि अधिकारियों ने कांट्रैक्ट नियुक्ति में राेस्टर लागू नहीं करने का निर्णय लिया है।
पद खाली होने का विद्यार्थियों पर पड़ रहा था असर
बता दें कि यूनिवर्सिटी में बीते लंबे समय से करीब 250 शिक्षकों के पद खाली हैं। स्थाई पदभर्ती की प्रक्रिया को राज्य सरकार पहले ही रोक चुकी थी। इस सब का असर सीधे विद्यार्थियों पर पड़ रहा था। नागपुर यूनिवर्सिटी ने इससे पूर्व 92 शिक्षक पदों के लिए कांट्रैक्ट आधार पर नियुक्ति करने का निर्णय लिया था। इसमें यूनिवर्सिटी को करीब 700 उम्मीदवारों के आवेदन प्राप्त हुए थे। साक्षात्कार के बाद 72 शिक्षकों का चयन किया गया था। 17 नवंबर 2018 से जब दूसरे सेमिस्टर की शुरुआत हुई, तब इन्हें अध्यापन की जिम्मेदारी दी गई थी। इन्होंने विवि के कैंपस के विविध विभागों, लक्ष्मीनारायण इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, डॉ.बाबासाहब आंबेडकर लॉ कॉलेज में अपनी सेवाएं दीं। यूजीसी के मापदंड पूर्ण करने वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति दी जाती है। इन्हें असिस्टेंट प्रोफेसर का पद और 24,000 रुपए प्रतिमाह वेतन दिया गया था।
Created On :   17 Jun 2019 12:37 PM IST