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शहर में घूम-घूम कर मांजा जमा कर रही टीम, 12 घंटे में छह किलो नायलॉन मांजा किया इकट्ठा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर में नायलॉन मांजा की ब्रिकी पर प्रतिबंध और विक्रेताओं पर कार्रवाई के बावजूद मकर संक्रांति के दौरान बड़ी मात्रा में इस तरह के मांजा की खरीदी-ब्रिकी और इस्तेमाल भी किया गया। मांजे के कारण इस वर्ष दो लोगों की मौत हो चुकी है, और सैकड़ों पशु-पक्षी घायल हुए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहीं संस्थाएं एंग्री बर्ड्स ऑफ नागपुर के बैनर तले पूरे शहर से नायलॉन मांजा जमा कर रही है। अभियान में शामिल डॉ. अभीक घोष ने बताया कि पूरे शहर से मांजा जमाकर मनपा के अधिकृत कलेक्शन सेंटर पर जमा किया जाएगा और इस दिशा में प्रभावी कार्रवाई की मांग की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभियान का लक्ष्य अगले वर्ष नायलॉन मुक्त मकर संक्रांति मनाना है।
10 लोगों की टीम बनाई
अभियान के तहत शहर के विभिन्न स्थानों से अब तक सात किलो नायलॉन मांजा जमा किया गया है। दस-दस लोगों की टीम ने शहर में केवल रविवार को 12 घंटे में भरत वन, इम्प्रेस वन, सोनेगांव, वसंतराव नाईक बस्ती, बजरिया, तकिया बस्ती, खामला, रेशिमबाग, और पारडी बस्ती से छह किलो मांजा जमा किया था। इस अभियान में ग्रोविल फाउंडेशन, बकुला फाउंडेशन, मैट्रिक्स वारियर्स, रीफ, कैग, आई क्लीन नागपुर, यशोधरा, सेव भरत वन टीम सहित कई पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रही संस्थाएं शामिल हैं। मांजा जमा करने वाली टीम में शिक्षक, गृहिणी, व्यवसायी, बच्चे, युवा शामिल हैं। सदस्यों में 12 से लेकर 80 वर्ष तक के लोग हैं। ये सभी नायलॉन मांजा जमा कर लोगों को इससे होने वाले नुकसान के बारे में भी बता रहे हैं।
ज्यादा से ज्यादा मांजा जमा करने की अपील
एंग्री बर्ड्स ऑफ नागपुर ने शहर के लोगों से अधिक से अधिक मांजा जमा कर मनपा के अधिकृत कलेक्शन सेंटर पर वजन कर जमा करने की अपील की है। डॉ. घोष के अनुसार प्रतिबंध के बावजूद शहर में उपयोग में लाए गए मांजा की मात्रा के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो सकती है।
Created On :   24 Jan 2020 1:38 PM IST