Nagpur News: पाठ्यक्रम में हिंदी के समावेश में अनुचित क्या है - बावनकुले

पाठ्यक्रम में हिंदी के समावेश में अनुचित क्या है - बावनकुले
  • राजस्वमंत्री का सवाल,राज ठाकरे से मिलकर करेंगे चर्चा
  • राज ठाकरे ने आंदोलन की चेतावनी दी है

Nagpur News पहली कक्षा से पाठ्यक्रम में हिंदी अनिवार्य करने को लेकर विवाद पर राजस्वमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राजनीति नहीं करने का आवाहन किया है। उन्होंने सवाल किया है कि पाठ्यक्रम में हिंदी के समावेश में अनुचित क्या है। इस विषय को लेकर वे महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे से मिलकर चर्चा करेंगे। शनिवार को बावनकुले ने पत्रकारों से चर्चा की।

पाठ्यक्रम में हिंदी अनिवार्य करने को लेकर राज ठाकरे ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस पर बावनकुले ने कहा है कि हिंदी को लेकर राजनीति व मारपीट करना उचित नहीं है। सभी को हिंदी आना चाहिए। देश में 60 प्रतिशत नागरिक हिंदी बोलते हैं। राज ठाकरे समझदार नेता है। मेरा निवेदन है कि वे विषय को समझें। हिंदी को लेकर राष्ट्रीय नीति को समझना होगा। राष्ट्रीय नीति को लागू करने में सभी का योगदान आवश्यक है। मराठी हमारी अस्मिता की भाषा है। सभी को मराठी बोलते आना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा दिया है। हिंदी हमारी राजभाषा है।

कृत्रिम रेत तैयार करेंगे : राजस्वमंत्री बावनकुले ने बताया कि राज्य में नई रेत नीति के माध्यम से कृत्रिम रेत तैयार करने की योजना है। रेत को लेकर सभी जिलों से शिकायतें मिली है। प्रत्येक रेत डिपो को नोटिस दिया गया है। जो डिपो नियमानुसार नहीं चल रहे हैं उनकी अनुमति रद्द की जा रही है। प्रत्येक जिले में 50 क्रेशर लाए जाएंगे। नदी की रेत की आवश्यकता नहीं है। नागपुर जिले में 10 डिपो गलत तरीके से चलाये जा रहे थे। सभी को बंद किया गया है। जो डिपो नियमानुसार रहेंगे उन्हें 7 दिनों में शुरु किया जाएगा। एक सवाल पर राजस्वमंत्री ने कहा कि पेयजल संकट से उबरने की पर्यायी व्यवस्था की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत योजना के माध्यम से पठार क्षेत्र में भी पेयजल की व्यवस्था करायी है। जिन स्थानों पर पेयजल संकट है वहां त्वरित व्यस्था की जायेगी।


Created On :   19 April 2025 7:10 PM IST

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