श्रीराम जन्मोत्सव : रामनवमी नहीं, जानकी नवमी को निकलेगी शोभायात्रा

Shri Rams birth anniversary : it will be celebrated on Janaki Navami
श्रीराम जन्मोत्सव : रामनवमी नहीं, जानकी नवमी को निकलेगी शोभायात्रा
श्रीराम जन्मोत्सव : रामनवमी नहीं, जानकी नवमी को निकलेगी शोभायात्रा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर से श्रीरामनवमी पर निकाली जाने वाली श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा- 54 को स्थगित कर दिया गया है। शोभायात्रा अब जानकी नवमी पर 2 मई को धूमधाम से निकालने का निर्णय श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर प्रबंधन ने लिया है। श्री पोद्दारेश्वर राम मंदिर के प्रबंधक ट्रस्टी रामकृष्ण पोद्दार के अनुसार श्रीराम जन्मोत्सव शोभायात्रा नगर के जन-जन का बहुप्रतिक्षित उत्सव है। श्रीरामनवमी निकट आने पर जनमानस की सद्भावनापूर्ण प्रतिक्रियाएं, विचार एवं सुझाव आने लगे हैं। मंदिर सभी के सुझाव को शिरोधार्य कर अनुकूलता एवं परिस्थिति को देखते हुए 2 मई को जानकी नवमी पर शोभायात्रा निकालने का निर्णय लिया है। मंदिर प्रबंधन कोरोनाजन्य अप्रत्याशित संकट की स्थिति में जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा, बचाव तथा जीवन रक्षा के राष्ट्रीय दायित्व के प्रति जागरूक एवं समर्पित है। उन्होंने कहा कि मंदिर का सिंह द्वार 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है तथा नवरात्र में निर्धारित कार्यक्रम पहले ही रद्द कर दिए गए हैं। मंदिर के भीतर अर्चकों - सेवाधारियों द्वारा श्री ठाकुरजी की नित्य निर्धारित सेवा चल रही है।
 

अखंड परंपरा को अखंडित रखने का जनता का मानस
 

शोभायात्रा की 54 वर्ष की अखंड परंपरा को अखंडित रखने का जनता का मानस है। इसलिए कोरोना वायरस के निर्मूलन तक शोभायात्रा को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। प्रभु श्रीराम की आल्हादिनी शक्ति जगतमाता श्री जानकी नवमी इस वर्ष वैशाख शुक्ल नवमी 2 मई है। इसी दिन जनकपुर में राजा जनक द्वारा खेत में हल चलाते समय एक मंजूषा में वे धरती से प्रगट हुई थी। इस तारीख को अभी 40 दिन शेष है। आशा है कि तब तक शासन के भागीरथी प्रयासों एवं जनता की जागरूकता और सावधानियों से कोरोना वायरस पूर्णतया निर्मूल हो जाएगा।
 

संस्थाओं की झांकी पूर्णता की ओर
 

शोभायात्रा में झांकी बनाने वाले मूर्तिकार, पेंटर, बिजली सजावट, मंडप ठेकेदार एवं बड़ा श्रमिक वर्ग जुड़ा रहता है। यह आयोजन उनकी आजीविका का मुख्य स्त्रोत है। संस्थाओं की झांकी भी पूर्णता की ओर है। उन्होंने कहा कि मंदिर प्रबंधन सदैव सकारात्मक एवं पुनः निर्माण एवं पुनः रचना की सोच के साथ कार्य करता है। शोभयात्रा की सहयोगी संस्थाएं एवं कलाकार बंधु भी इसी प्रकार सकारात्मक विचार रखते हैं। विश्वास है कि श्री जानकी नवमी पर 2 मई को शोभायात्रा-54 उसी उत्साह से जनता के नेत्रों को तृप्त करने निकलेगी। भक्तजनों से निवेदन है कि वे अपने-अपने घरों में पूजा-अर्चना, नाम स्मरण एवं शांति हेतु प्रार्थना करें।

 

Created On :   25 March 2020 12:27 AM IST

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