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नियमित शिक्षकों वाले पाठ्यक्रमों की ही बढ़ेंगी सीटें
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय से संलग्न कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया जारी है। पिछले कुछ वर्षों की ही तरह तकनीकी पाठ्यक्रमों को छोड़ विद्यार्थियों का रुझान बीएससी और बी.कॉम जैसे पाठ्यक्रमों की ओर है। नागपुर के अधिकांश प्रसिद्ध कॉलेजों में इन पाठ्यक्रमों की सीटें लगभग फुल हैं। बड़ी संख्या में विद्यार्थी वेटिंग लिस्ट में हैं। ऐसे में नागपुर विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रमों की प्रवेश क्षमता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव मंगाए हैं। विश्वविद्यालय ने कॉलेजों में अतिरिक्त सेक्शन को जल्द गति से मंजूरी देने का निर्णय लिया है, लेकिन यह भी साफ किया है कि जिन कॉलेजों का नैक-एनबीए मूल्यांकन पूरा हो चुका है और जिन पाठ्यक्रमों को पढ़ाने के लिए यूनिवर्सिटी मान्यता प्राप्त नियमित शिक्षक हैं, केवल उन्हीं कॉलेजों को अतिरिक्त सेक्शन बढ़ा कर दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें 3 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन भेजने होंगे। उल्लेखनीय है कि कई खामियों के चलते अनेक कालेजों की यूनिवर्सिटी ने मान्यता रद्द कर दी है। इसका भी असर इस बार दिखाई दे रहा है।
ऐसी है स्थिति
बता दें कि नागपुर विश्वविद्यालय ने इस वर्ष 132 कॉलेजों के विविध पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष में प्रवेश प्रतिबंधित किए। इसमें कई अंडरग्रेजुएट पाठ्यक्रमों भी प्रमुखता से शामिल थे। कॉलेजों में नियमित शिक्षक न होने के कारण यूनिवर्सिटी ने यह प्रतिबंध लगाया गया था। ऐसे में अब जो कॉलेज बच गए हैं, वहां प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों की भीड़ लगी हुई है। शहर के नामांकित कॉलेजों में तो पहले ही सीटें फुल हो गई। बता दें कि इसके पूर्व नागपुर विश्वविद्यालय ने मौजूदा पाठ्यक्रमों में 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाने का भी फैसला लिया, जिसके लिए 29 जुलाई तक कॉलेजों से प्रस्ताव मंगाए गए हैं। पिछले वर्ष 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाने के लिए नागपुर यूनिवर्सिटी को कुल 103 कॉलेजों ने प्रस्ताव भेजे थे। यूनिवर्सिटी ने इनकी 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाने को मान्यता दी थी।
Created On :   29 July 2019 9:58 AM GMT