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विपक्ष ने कहा- प्रज्ञा ठाकुर की उम्मीदवारी आतंकवाद का समर्थन, बीजेपी ने झाड़ा पल्ला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शहीद हेमंत करकरे को लेकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर बवाल बढ़ते जा रहा है। इस मामले में विपक्ष ने सीधे तौर से बीजेपी पर ज्वलंत सवालों की बौछार कर दी है। हालांकि बीजेपी ने इसे प्रज्ञा का व्यक्तिगत मामला बताया, लेकिन एनसीपी ने प्रज्ञा की उम्मीदवारी को आतंकवाद का समर्थन बता बीजेपी को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। मामला तूल पकड़ते ही आईपीएस एसोसिएशन ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा को उम्मीदवार बनाकर भाजपा ने आतंकवाद को समर्थन दिया है। इससे साफ होता है कि भाजपा आतंकवाद से लड़ने का ढोंग कर रही है। मलिक ने आरोप लगाया कि साध्वी भाजपा द्वारा तैयार की गई स्क्रिप्ट पढ़ रहीं हैं। जब हेमंत करकरे जिंदा थे तब भी भाजपा झूठे आरोप लगाती थी और शहीद होने के बाद भी देशद्रोह का आरोप लगा रही है। मलिक ने कहा कि मालेगांव में ईद के एक दिन पहले बम धमाका हुआ था। उसमें कई लोगों की मौत हो गई थी। एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे इसकी जांच कर रहे थे। जांच में खुलासा हुआ था कि मोटरसाइकल साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर की थी। करकरे ने जांच कर खुलासा किया था कि अभिनव भारत संगठन के जरिए आतंकी कार्रवाई की गई थी। अभिनव भारत के जरिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत की हत्या की साजिश रची गई थी। उस समय भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने तत्कालीन सरकार को पत्र लिखकर संगठन पर पाबंदी की मांग की थी। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा जमानत पर छूटीं हैं बरी नहीं हुईं हैं।
उधर साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के मुंबई हमले में शहीद हुए तत्कालीन एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे पर दिए विवादित बयान से महाराष्ट्र भाजपा ने किनारा कर लिया है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता माधव भंडारी ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ने जो कुछ भी कहा है वो पूरी तरह से उनका व्यक्तिगत विचार है। भाजपा उनके बयान से सहमत नहीं है। साध्वी प्रज्ञा के बयान के बारे में पूरी जिम्मेदारी उन्हीं की है। भंडारी ने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भी यही भूमिका है। उन्होंने कहा कि मालेगांव बम धमाके के आरोप में कांग्रेस सरकार के शासन के समय साध्वी प्रज्ञा को जेल में डाला गया था। जेल में रहने के दौरान साध्वी प्रज्ञा के साथ जो अपमानजनक और घृणास्पद बर्ताव किया गया था। इसके बारे में साध्वी प्रज्ञा ने खुद जानकारी दी है। भंडारी ने कहा कि मुंबई पर हुए आतंकी हमले में मारे गए हेमंत करकरे, विजय सालस्कर समेत अन्य पुलिस और 160 से अधिक नागरिक सभी शहीद हैं। इनको लेकर हमारे मन में कोई आशंका नहीं है। इन सभी के प्रति हमारे मन में आदर है।
आईपीएस एसोसिएशन ने भी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान की निंदा की है। एसोसिएशन की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि अशोकचक्र से सम्मानित आईपीएस हेमंत करकरे ने आतंकवादियों से लड़ते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। वे हममें से एक हैं लेकिन एक उम्मीदवार द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान की हम निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि हमारे सभी शहीदों के बलिदान का सम्मान किया जाए।
शहीद हेमंत करकरे को लेकर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर कांग्रेस और राकांपा ने भाजपा पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश कांग्रेस के महासचिव और प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए। प्रज्ञा ठाकुर को आतंकवादी से पार्टी का उम्मीदवार बनाने में भाजपा का बड़ा योगदान है और इसके झूठे राष्ट्रवाद और देश प्रेम का बुरखा फट गया है। सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र के सुपुत्र शहीद हेमंत करकरे का अपमान करने वाली प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाने वाली भाजपा को शर्म आनी चाहिए। शुक्रवार को इस मुद्दे पर कांग्रेस और राकांपा ने गांधी भवन में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में साध्वी प्रज्ञा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि शहीदों के नाम का इस्तेमाल कर राजनीति करने वाली भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया। सावंत ने कहा कि साध्वी का बयान पूरे महाराष्ट्र और शहीदों का अपमान है। उन्होंने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को तुरंत भाजपा से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग की है। सावंत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी करकरे परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है। सावंत ने साध्वी के बयान की निंदा न करने पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी सवाल खड़े किए।
Created On :   19 April 2019 8:17 PM IST