छात्रावास की मांग को लेकर अनशन, ओबीसी क्रांति मोर्चा की मांग

On the demand of hostel, demand for OBC Kranti Morcha
छात्रावास की मांग को लेकर अनशन, ओबीसी क्रांति मोर्चा की मांग
भंडारा छात्रावास की मांग को लेकर अनशन, ओबीसी क्रांति मोर्चा की मांग

डिजिटल डेस्क, भंडारा। जिले में पिछड़ा वर्ग, घुमंतू जाति, जमाती और विशेष पिछड़ा प्रवर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए कुल 72 शासकीय छात्रावास शुरू किए जाने की मांग को लेकर सिहोरा में ओबीसी संगठन की ओर से धरना आंदोलन शुरू किया गया है। इसके पूर्व संगठन के प्रतिनिधिमंडल की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री तथा अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण विभाग के मंत्री विजय वडेट्टीवार व भंडारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया। जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि महाराष्ट्र विधान मंडल के अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति की 5 अक्टूबर 2015 को पुणे में संपन्न हुई बैठक में जिला स्तर पर पिछड़ा वर्ग, घुमंतू जाति, जमाती और विशेष पिछड़ा प्रवर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए नए शासकीय छात्रावास शुरू किए जाने एवं उनकी देखभाल करने की सूचना राज्य शासन द्वारा जारी की गई थी। 30 जनवरी 2019 के शासन निर्णय के अनुसार 15 जनवरी 2019 को हुए मंत्रिमंडल की बैठक में , जिले के ठिकानों पर 36 छात्रावास शुरू किए जाने को मान्यता दी गई थी। महायुती की भाजपा सरकार ने 22 अगस्त 2019 के शासन के निर्णय के अनुसार नागपुर, अहमदनगर, वाशिम और यवतमाल इन चार जिलो में पिछड़ा वर्ग, घुमंतू जाति, जमाती और विशेष पिछड़ा प्रवर्ग के छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावास का निर्माण करने के लिए प्रशासकीय मान्यता दी थी। इस बीच महाविकास आघाड़ी सरकार के अन्य पिछड़ा बहुजन कल्याण विभाग द्वारा 72 छात्रावास (प्रत्यकि जिले में 2) का निर्माण किया जाएगा, इस प्रकार की घोषणा की गई थी, परंतु सरकार द्वारा छात्रावास के निर्माण को लेकर किसी भी प्रकार के ठोस कदम नहीं उठाए गए है। इससे  गया। इससे ओबीसी समुदाय के छात्र-छात्राओं में भारी रोष व्याप्त है।

ओबीसी क्रांति मोर्चा की मांग

ओबीसी क्रांति मोर्चा ने मांग की है कि राज्य के प्रत्येक जिला स्थान पर छात्र व छात्राओं के लिए प्रत्येकि 100 जगह का स्वतंत्र छात्रावास व छह विभागीय स्तर पर 500-500 जगह का स्वतंत्र छात्रावास निर्माण हुए तक किराये की इमारत में विद्यार्थियों के लिए सुविधा उपलब्ध कराई जाए व अन्य विद्यार्थियों के लिए स्वधार योजना लागू की जाए, अन्यथा संपूर्ण राज्य में पिछड़ा वर्ग, घुमंतू जाति, जमाती और विशेष पिछड़ा प्रवर्ग के छात्र-छात्राओं तथा समाज संगठनों की ओर से तीव्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है। इस समय पर सुभाष बोरकर, नंदू ढबाले, मंगेश सहारे, दिनेश पेरे, सुनील कोहले, सतीश चौधरी, जीतु पटले, संदीप मारबते, मनोज केवट, बंटी बनीवार, भूपेंद्र मेश्राम, महेश कांबले, खेमंत तितिरमारे, सुमित पडोले, कमलेश मुरखे आदि उपस्थित थे।

Created On :   1 Nov 2021 7:12 PM IST

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