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Bhandara News: 14 वर्ष बाद भंडारा के जंगल में नजर आया इंडियन ग्रे वुल्फ

- भेड़िए की अन्य प्रजाति की उपस्थिति की संभावनाएं
- परिसर में गश्त और निरीक्षण दोनों बढ़ाए जाएंगे
Bhandara News भंडारा वन विभाग के रावणवाड़ी परिसर में 'इंडियन ग्रे वुल्फ' अर्थात भारतीय प्रजाति का भेड़िया पाया गया। जिससे वन्यजीव अभ्यासकों के साथ ही स्थानीय नागरिकों में खलबली मची है। रविवार 13 अप्रैल को सुबह वाइल्ड वॉच फाउंडेशन के सदस्य एवं प्रख्यात वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर विवेक हुरा ने रावणवाड़ी में इस भेड़िए को अपने कैमरे में कैद किया। इस घटना से भंडारा परिसर में भेड़िए की अन्य उपस्थिति की संभावनाएं जताई जा रही है। करीब 14 वर्षो के पश्चात इस परिसर में यह भेड़िया पाया गया। जिससे भंडारा वन क्षेत्र में अन्य भेडियों के होने की संभावनाएं गहराई है। इससे पूर्व वर्ष 2012 में एफडीसीएम सोनेगाव वन क्षेत्र में वाइल्ड वॉच फाउंडेशन के सदस्य नरेंद्र गुर्जर, शैलेन्द्र राजपूत, नदीम खान एवं सर्वेश दीपक चड्डा को भी ऐसे दो भेड़िए नजर आए थे। भारतीय भेड़िए फिलहाल ‘गंभीर संकटग्रस्त’ वन्यजीवों के श्रेणी में प्रमुखता से आते हैं। मध्य भारत में कुछ स्थानों पर यह भेड़िए पाए जाते हैं। इस प्रजाति की संख्या दिन-ब-दिन कम होती जा रही है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी एवं सिंधुदुर्ग जिले में जंगलों में इस भेड़िए का अस्तित्व है।
अध्ययन की जरूरत : भेड़िए की संख्या, वितरण एवं उनकी पर्यावरण को लेकर भूमिका को लेकर अधिक अध्ययन की जरूरत है। भंडारा वन क्षेत्र में भेड़िए की उपस्थिति उनके अधिवास विस्तार का प्रमाण हो सकती है। जिसके लिए गहरे अध्ययन की जरूरत है। ऐसे विचार वाइल्ड वॉच फाउंडेशन यह रिकॉर्ड और जीपीएस लोकेशन डब्ल्यूडब्ल्यूएफ एवं वन्यजीव संस्था, देहरादून को सौंपेगी। -विवेक हुरा, सदस्य, वाइल्ड वॉच फाउंडेशन
इस प्रजाति के जतन को लेकर उठाए जायेंगे ठोस कदम : नई जानकारी के आधार पर वनविभाग परिसर में गश्त और निरीक्षण दोनों बढ़ाए जायेंगे। जिसको लेकर योजना बनाई गई है। ऐसी प्रजाति के जतन को लेकर ठोस कदम उठाए जायेंगे। -राहुल गवई, उप वनसंरक्षक, वन विभाग, भंडारा
Created On :   17 April 2025 3:14 PM IST