मेयो हास्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में फंगस , रोज टल रहे 15 ऑपरेशन

Fungus in mayo hospital operation theater, 15 operations postponed daily
मेयो हास्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में फंगस , रोज टल रहे 15 ऑपरेशन
मेयो हास्पिटल के ऑपरेशन थियेटर में फंगस , रोज टल रहे 15 ऑपरेशन

डिजिटल डेस्क,नागपुर। इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के सर्जिकल कॉम्प्लेक्स में पानी का रिसाव हो रहा है। इसके चलते ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में फंगस फैल गई है। हॉस्पिटल इंफेक्शन कंट्रोल कमेटी (एचआईसीसी) ने सर्जिकल कॉम्प्लेक्स के तीन ओटी काॅम्प्लेक्स बंद करवा दिए है। अब सबसे नीचे के तल पर एकमात्र ओपी कॉम्प्लेक्स शुरू है, क्योंकि अब तक वहां तक पानी का रिसाव नहीं पहुंचा है। हैरानी यह है कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के इलेक्ट्रिक विभाग के पास इसका अब तक समाधान नहीं है।

डागा में प्रबंध

जानकारी के अनुसार, एयर हैंडलिंग यूनिट (एएचयू) से पानी का रिसाव सभी ओटी में हो रहा है, जिस वजह से वहां फंगस पैदा हो गई है। परेशानी की बात यह है कि ओटी में फंगस होने पर वहां ऑपरेशन करना बहुत ही घातक है। विशेषकर आंख जैसे ऑपरेशन करने पर आंखों की रोशनी जा सकती है। यही वजह है कि मेयो प्रबंधन ने डागा स्मृति शासकीय स्त्री अस्पताल से संपर्क किया। अब मेयो में होने वाले आंखों के ऑपरेशन डागा अस्पताल के  ऑपरेशन थियेटर में किए जा रहे हैं।

2 माह से बंद पड़ी है ओटी

बारिश में  संक्रमण बढ़ जाता है। मेयो में भी वही स्थिति बनी हुई है। एचआईसीसी ने 2 माह पहले ओटी की जांच में वहां फंगस पाया और ओटी को अनफिट करार दे दिया। मामला पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिकल विभाग के पास गया, लेकिन अभी तक फंगस खत्म करने का उपाय विभाग के पास नहीं है।

9 ऑपरेशन थियेटर बंद

मेयो के सर्जिकल कॉम्प्लेक्स में 4 ओटी कॉम्प्लेक्स हैं। प्रत्येक कॉम्प्लेक्स में 3-3 ऑपरेशन थियेटर हैं। प्रत्येक कॉम्प्लेक्स में एक साथ 3 ऑपरेशन होते हैं। इसमें नाक, कान और गला व हड्डी राेग विभाग और नेत्ररोग विभाग के 9 ऑपरेशन थियेटर को बंद कर िदया गया है, जबकि सर्जरी के 3 आॅपरेशन थियेटर शुरू हैं। मेयो में प्रतिदिन करीब 25 मेजर सर्जरी होती है, लेकिन वर्तमान में सिर्फ 10 ही हो पा रही है और हर दिन 15 अॉपरेशन टाले जा रहे हैं। वहीं, छोटे-छोटे ऑपरेशन के मरीजों को भर्ती ही नहीं किया जा रहा है।

टीम सौंपेगी रिपोर्ट

मिडी फ्लायर और एसी के ऑटो मोड के बाद भी जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (वीएनआईटी) की टीम को बुलाया गया।  वीएनआईटी की टीम मेयो पहुंची और जानकारी जुटाई। गुरुवार को टीम वहां से सैम्पलिंग करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

वीएनआईटी की टीम को बुलाया

हम वैकल्पिक व्यवस्था से काम चला रहे हैं। पीडब्ल्यूडी का इलेक्ट्रिकल विभाग जब प्राथमिकता के साथ काम नहीं कर पाया, तो हमने वीएनआईटी को बुलाया। -डाॅ.संध्या मांजरेकर, अधीक्षक, मेयो

Created On :   29 Aug 2019 11:41 AM IST

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