पर्याप्त जलापूर्ति के बावजूद अवैध टुल्लू पंप के कारण बढ़ी जलसंकट की स्थिति

Due to illegal tulu pumps, situation increased of water conservation
पर्याप्त जलापूर्ति के बावजूद अवैध टुल्लू पंप के कारण बढ़ी जलसंकट की स्थिति
पर्याप्त जलापूर्ति के बावजूद अवैध टुल्लू पंप के कारण बढ़ी जलसंकट की स्थिति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। वाड़ी में जलसमस्या कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अंबाझरी से जलापूर्ति होने से कुछ राहत मिल रही है, फिर भी लोग पानी के लिए दिन-रात जाग रहे हैं। इस गंभीर समस्या को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद के अध्यक्ष प्रेम झाड़े ने नप कार्यालय में जलापूर्ति अधिकारियों की  बैठक ली। महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण 50 लाख लीटर पानी वाड़ी को दे रहा है। बावजूद आंबेडकर नगर में पानी समस्या विकराल बनी हुई है। सुबह 4 से 9 बजे तक आंबेडकर नगर को जलापूर्ति किए जाने की जानकारी अभियंता नरेश शनवारे ने बैठक में दी। इसका कारण उन्होंने अवैध टिल्लू पंप बताया। 

आंबेडकर नगर में नहीं पहुंच रहा पानी : मेश्राम

आंबेडकर नगर के अंतिम छोर पर होने से यहां कम दबाव से जलापूर्ति हो रही है, इसके लिए टिल्लू पंप एक बड़ी समस्या है। टिल्लू पंप के चलते आंबेडकर नगर में पानी नहीं पहुंच रहा है। शुरुवाती वार्ड में अवैध टिल्लू पंपों से पानी खींच लिया जाता है। जलापूर्ति अधिकारी करवाई तो करते हैं, लेकिन शुरुवाती वार्डों में नहीं करते। शुरुवाती वार्डों में  करवाई करने की मांग बसपा नेता प्रणय मेश्राम ने बैठक के दौरान की।

नवनीत नगर में 1 घंटा पानी ज्यादा दो : झाडे

राष्ट्रपाल वाघमारे की मांग को गंभीरतासे लेते हुए नगराध्यक्ष प्रेम झाड़े ने कहा कि, नवनीत नगर में जलापूर्ति की कोई पर्यायी व्यवस्था नहीं है। इसलिए यहां 1 घंटे जादा पानी देने देने का आदेश नगराध्यक्ष ने अभियंता को इस अवसर पर दिया। वाघमारे ने बताया था कि, 4 घंटे में 30 प्रतिशत ही पानी दिया जा रहा है। नवनीत नगर को 8 लाख लीटर पानी की आवश्यकता है, लेकिन 2 लाख लीटर पानी मिल रहा है। उन्होंने नवनीत नगर को आधा घंटे ज्यादा पानी देने की मांग की थी। 

आंबेडकर नगर में 8 दिन के बाद पानी

बैठक में नगराध्यक्ष प्रेम झाड़े ने टैंकरों से की जा रही जलापूर्ति का जायजा कर्मचारियों से लिया। बताया गया कि, अभिजीत सोसाइटी, दौलत वाड़ी, आंबेडकर नगर में टैंकरों से जलापूर्ति हो रही है। करीब 75 टैंकर पानी रोजाना वाड़ी में दिए जा रहे हैं। गजानन सोसाइटी को वेणा से 3 बाद जलापूर्ति होने से वहां 8 दिन के बाद टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। कर्मचारियों ने बताया कि नप के जलापूर्ति कर्मचारी असुरक्षित हैं। पानी को लेकर कोई भी मारने पर उतर जाता है। नगरसेवकों द्वारा भी आपा खो  देने की शिकायत अध्यक्ष से कर्मचारियों ने की।

नियोजन करना कठिन हो रहा : अभियंता

इस पर अभियंता शनवारे ने बताया कि, त्रिलोक नगर में कुछ कनेक्शन नप के हैं, कुछ मजीप्रा के हैं, इसलिये नियोजन करना मजीप्रा के लिए कठिन हो रहा है, लेकिन सभी को पानी देने का प्रयास किया जा रहा है। शनवारे बताया कि, एक घर में तीन-तीन नल कनेक्शन होने के कारण कुछ लोगों को जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। 

पानी का इंतजाम करना मजीप्रा की जिम्मेदारी : मेंढे

एक दिन के अंतराल में त्रिलोक नगर टंकी में अतिरिक्त जलापूर्ति करने की जानकारी भी अभियंता शनवारे ने बैठक में दी। इस पर दी नगरसेवक नरेंद्र मेंढे ने कहा कि, त्रिलोक नगर पानी की टंकी में दिया जा रहा एक घंटे पानी पर्याप्त नहीं है। गजानन प्रसाद नगर में तीन दिन में 10 टैंकर दिए जा रहे हैं। अभिजीत नगर में त्रिलोक नगर की टंंकी से पानी दिया जा रहा है। त्रिलोक नगर से जो नए-पुराने उपभोक्ता जुड़े हैं, उन्हें पानी देना मजीप्रा की जिम्मेदारी है। लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। पानी का नियोजन करने की जिम्मेदारी मजीप्रा की है, न की नप की। 
 

Created On :   14 Jun 2019 12:48 PM IST

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