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महाराष्ट्र सरकार के बजट पर बीजेपी ने कहा- खोदा पहाड़ निकला चूहा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। विधानसभा में विपक्ष के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास आघाडी के पहले बजट को मंहगाई बढ़ाने वाला बजट बताते हुए कहा कि आज वित्तमंत्री ने बजट भाषण के नाम पर जनसभाओं में दिया जाने वाला भाषण दिया। उन्होंने कहा कि इस बजट में विदर्भ,मराठवाडा व उत्तर महाराष्ट्र की घोर उपेक्षा की गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि खेतों में जाकर किसानों की मदद का वादा करने वाले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और वित्तमंत्री अजित पवार ने बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए इस बजट में कुछ नहीं दिया। 20 हजार करोड़ वाली मराठवाड वॉटर ग्रीड परियोजना के लिए केवल 200 करोड़ रुपए दिए गए हैं। कर्जमाफी में भी केवल फसल कर्ज को शामिल किया गया है। इससे किसानों का सात-बारा कभी कोरा नहीं हो पाएगा। पेट्रोल-डिजल की कीमतों में बढ़ोतरी का असल परिवहन खर्च और खेती के कर्ज पर पड़ेगा। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के लिए केवल 1500 करोड़ रुपए दिए गए हैं। भाजपा नेता ने कहा कि 2009 से 2014 तक राज्य पर कर्ज के बोझ में 63 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी। जबकि 2014 से 2019 के दौरान यह वृद्धि 60 फीसदी रही। इस बात की पुष्टि बजट में किया गया है।
आर्थिक मंदी के बीच पेश किया सराहनीय बजट: अजित पवार
आर्थिक मंदी व कोरोना वायरस के प्रभाव के बीच सभी को संतुष्ट करने वाला बजट पेश किया है। बजट में हमने रोजगार संकट भी दूर करने की कोशिश की है। इसके लिए 10 लाख लोगों को रोजगार प्रशिक्षण दिया जाएगा। पेट्रोल-डिजल की कीमतों में एक रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी को जरुरी बताते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि ग्रीन फंड के पैसों का इस्तेमाल केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए किया जाएगा। कर्नाटक सरकार ने भी ग्रीन फंड के लिए चुंगी लगाया है। भविष्य को देखते हुए यह फैसला जरुरी था। उन्होंने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए पांच लाख सौर ऊर्जा पंप देने के लिए 670 करोड़ का प्रावधान किया गया है। महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार पर्यटन विभाग को एक हजार करोड़ रुपए दिए गए हैं। वित्तमंत्री ने कहा कि हमनें नई बसे खरीदने के लिए भी 500 करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंने कहा कि घाटे को कम करने के लिए सभी विभाग प्रयास करेंगे। कर्ज कुल जीडीपी का 16 फीसदी ही है। सातवें वेतनमान को लागू करने की वजह से कर्ज बढ़ा है। विदर्भ-मराठवाडा की उपेक्षा के आरोपों को गलत बताते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि हमनें पूरे महाराष्ट्र के लिए प्रावधान किया है।
खोदा पहाड़ निकला चूहे का फोटो: मुनगंटीवार
राज्य के पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने महा विकास आघाडी के बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे ‘खोदा पहाड़ निकला छोटे चूहे का फोटो’ बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट ने जनता का सामान्य ज्ञान बिगाड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि यह गजनी सरकार का बजट है। वित्त मंत्री को अपना पुराना बजट भाषण पढ़ना चाहिए था। उन्होंने स्वतंत्र कृषि बजट की मांग की थी। मुनगंटीवार ने कहा कि सरकार के शपथनामा में जो आश्वासन दिए गए थे, उनमें एक भी बात का जिक्र तक नहीं है। सरकार ने ऊर्जा विभाग का अनुदान कम कर दिया है। सरकार ने मंदी बताई है, लेकिन इससे निपटन के लिए कोई उपाययोजना नहीं की गई है। अधिकारियों ने जैसा लिखकर दिया, वह वित्त मंत्री ने पढ़कर सुना दिया।
Created On :   6 March 2020 5:45 PM IST