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New Delhi News: बोवाइन नस्लों का विकास और दूध उत्पादन में वृद्धि, जलगांव के हजारों किसानों को लाभ
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- राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य
- जलगांव के 1.22 लाख किसान लाभान्वित
New Delhi News. महाराष्ट्र में डेयरी क्षेत्र और ग्रामीण आजीविका में सुधार के लिए केंद्र सरकार का राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य राज्य में देशी बोवाइन नस्लों का विकास और संरक्षण करना और बोवाइन आबादी के आनुवंशिक उन्नयन व बोवाइन दूध उत्पादन, उत्पादकता में वृद्धि करना है। महाराष्ट्र गोकुल मिशन के तहत भाग ले रहा है और योजना के प्रारंभ से अब तक 101.58 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता जारी की गई है। लोकसभा में सोमवार को मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जलगांव से भाजपा सांसद स्मिता वाघ के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रव्यापी एआई कार्यक्रम के तहत अ तक 2 लाख पशुओं को कवर किया गया है, 2.54 लाख एआई किए गए हैं और महाराष्ट्र के जलगांव जिले में 1.22 लाख किसान इससे लाभान्वित हुए हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम योजना गुणवत्ता वाले दूध परीक्षण उपकरणों के साथ-साथ प्राथमिक प्रशीतन सुविधाओं के लिए अवसंरचना के निर्माण और सुदृढ़ीकरण पर केंद्रित है। आज तक 51.77 करोड़ रुपए (केंद्रीय हिस्सा 46.46 करोड़ रुपए) के कुल परिव्यय के साथ 4 परियोजनाओं को अनुमोदन दिया गया है, जिसमें जलगांव जिले में 121 डेयरी सहकारी समितियों को स्वचालित दूध संग्रह इकाई प्रदान की गई है।
सिंह ने कहा कि डेयरी क्षेत्र में सुधार के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंनेे बताया कि अब तक महाराष्ट्र में 1268.72 करोड़ रुपए की ऋण राशि सहित 1856.85 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय के साथ 30 डेयरी परियोजनाओं के संस्वीकृति दी गई है। साथ ही महाराष्ट्र पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा कार्यान्वित की जा रही बोवाइन आबादी के आनुवंशिक उन्नयन के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में वृद्धि हेतु दूध खरीद, प्रसंस्करण, विपणन और मूल्य संवर्धन के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम जैसी योजनाओं में प्रतिभागी है। इन योजनाओं के कार्यान्वयन से राज्य में दूध उत्पादन वर्ष 2019-20 में 12.02 मिलियन टन से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 16.04 मिलियन टन हो गया है, जो 33.44 प्रतिशत की वृद्धि है।
Created On :   11 Feb 2025 6:52 PM IST