चुनाव: मतदान ने चौंकाया, उम्मीदवारों की दावेदारी ईवीएम में हुई कैद, वोटों का गुणा-भाग करने में जुटे

मतदान ने चौंकाया, उम्मीदवारों की दावेदारी ईवीएम में हुई कैद,  वोटों का गुणा-भाग करने में जुटे
  • 4 जून को खुलेगा उम्मीदवारों का भाग्य
  • नागपुर - रामटेक में दिखी सीधी टक्कर
  • जीत के अंतर को लेकर दावे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में दो लोकसभा के प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम में बंद हो गए। नितीन गडकरी और विकास ठाकरे में आमने-सामने की लड़ाई देखी गई। दूसरी तरफ रामटेक में महायुति उम्मीदवार राजू पारवे व महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार श्याम कुमार बर्वे भी ताल ठोंकते नजर आए। कौन बाजी मारता है, यह तो 4 जून को ही पता चलेगा। फिलहाल सभी प्रत्याशी अब वोटों का गुणा-भाग करने में व्यस्त हो गए हैं।

गडकरी पर नजर : नागपुर क्षेत्र में महायुति के उम्मीदवार िनतीन गडकरी की स्थिति को लेकर राजनीतिक विचारकों सहित राजनीतिक दलों की भी नजरें लगी हैं। विकास मामले में गडकरी की सराहना की जाती रही है। सवाल किया जाता रहा है कि गडकरी को जीत की हैट्रिक बनाने में कितनी अड़चनें हैं। हालांकि स्वयं गडकरी ने दावा किया है कि वे 5 लाख से अधिक मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे। कांग्रेस ने भी इस क्षेत्र को प्रतिष्ठा का विषय बनाया है। 2019 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले को गडकरी ने 2.16 लाख मतों के अंतर से पराजित किया था। इस बार कांग्रेस के शहर अध्यक्ष व विधायक विकास ठाकरे को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस ने दावा किया है कि स्थानीय व जमीनी राजनीति से जुड़े कार्यकर्ता के तौर पर ठाकरे कांग्रेस को जीत दिलाएंगे। यह माना जा रहा है कि इस चुनाव में बसपा का प्रदर्शन पहले से कम रहेगा। नागपुर में 26 उम्मीदवार मैदान में थे।

रामटेक लोकसभा क्षेत्र में उम्मीदवार के नामांकन दर्ज कराने के समय ही राजनीतिक उथल-पुथल शुरु हो गई थी। उमरेड के कांग्रेस विधायक राजू पारवे शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हुए। बाद में महायुति के लोकसभा उम्मीदवार घोषित किए गए। महाविकास आघाड़ी की ओर से कांग्रेस नेता व पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि बर्वे को उम्मीदवारी घोषित की गई थी। जाति प्रमाणपत्र अवैध होने से रश्मि की उम्मीदवारी खारिज हो गई। महाविकास आघाड़ी ने रश्मि के पति श्याम बर्वे को उम्मीदवार बनाया। उधर कांग्रेस की उम्मीदवारी पाने से चूके किशोर गजभिए ने वंचित आघाड़ी का दामन थामा। वंचित आघाड़ी ने पहले तो गजभिए को उम्मीदवारी नहीं दी, लेकिन बाद में वंचित आघाड़ी के उम्मीदवार का समर्थन दिला दिया। रामटेक में महायुति से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का विषय बनाया, वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री सुनील िशंदे ने महाविकास आघाड़ी की कमान संभाली।

Created On :   20 April 2024 2:13 PM IST

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