दावा: नीति आयोग - एमएमआर का लक्ष्य पांच साल में जीडीपी दोगुना करना है

नीति आयोग - एमएमआर का लक्ष्य पांच साल में जीडीपी दोगुना करना है
  • नीति आयोग ने मुख्यमंत्री को सौंपी गई एमएमआर की विकास रिपोर्ट
  • पांच साल में जीडीपी दोगुना करना है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महानगर और उसके आसपास के क्षेत्र (एमएमआर) को वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाने के लिए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बी.वी.आर सुब्रमण्यम ने एक अध्ययन रिपोर्ट गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सौंपी है। आयोग ने मुंबई के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को पांच साल में दोगुना करने के लिए सात अलग-अलग क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है। राज्य का विकास रेलवे और संचार के बुनियादी ढांचे पर निर्भर है, उसी तरह से राज्य में काम चल रहा है।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र उद्यमियों की भी पसंद बना हुआ है। दरअसल रिपोर्ट में एमएमआर का लक्ष्य पांच साल में जीडीपी दोगुना करना है। नीति आयोग के सीईओ सुब्रमण्यम ने कहा कि आयोग 13 राज्यों के लिए एक विजन तैयार कर रहा है। प्रदेश के विकास के साथ-साथ शहरों के आर्थिक विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग चार महानगरों मुंबई मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र, सूरत, वाराणसी और विशाखापटनम में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर काम कर रहा है। नीति आयोग द्वारा किए गए अध्ययन में मुंबई महानगर के साथ-साथ पालघर, रायगड़, ठाणे जिलों सहित क्षेत्र के विकास के उद्देश्य को ध्यान में रखा गया है।

वर्तमान में इस क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद 12 लाख करोड़ है जो उत्तर प्रदेश का 80 प्रतिशत है। मुंबई और महानगरीय क्षेत्र की जीडीपी 2030 तक 26 लाख करोड़ तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है।

Created On :   22 Aug 2024 9:37 PM IST

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