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New Delhi News: महाराष्ट्र में नए मतदाताओं की संख्या को लेकर राहुल गांधी के बयान में अंतर
![महाराष्ट्र में नए मतदाताओं की संख्या को लेकर राहुल गांधी के बयान में अंतर महाराष्ट्र में नए मतदाताओं की संख्या को लेकर राहुल गांधी के बयान में अंतर](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/07/1401353-1.webp)
- भाजपा ने कसा तंज, गुमराह हैं राहुल गांधी
- हार की वजह तय नहीं कर पा रहे राहुल
- प्रेम शुक्ला बोले- ट्यूशन देने वाले कर रहे गुमराह
New Delhi News. लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची में गड़बडी का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को फिर केंद्रीय चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाया, लेकिन नए मतदाताओं की संख्या को लेकर उनका बयान संशय पैदा कर रहा है। पहले उन्होंने 70 लाख नए मतदाता जोड़े जाने का दावा किया था, अब वह 39 लाख नए मतदाता बता रहे है। भाजपा ने इसको लेकर अब राहुल गांधी पर तंज कसा है। सत्तारूढ़ दल का कहना है कि राहुल गांधी खुद ही गुमराह हैं। वह तय नहीं कर पा रहे कि हार की असल वजह क्या है? भाजपा प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने ‘दैनिक भास्कर’ से कहा कि राहुल गांधी खुद ही गुमराह हैं। वह ये तय नहीं कर पा रहे हैं कि महाराष्ट्र में उनकी हार की वजह क्या है। उनको ट्यूशन पढ़ाने वाले लोग जो कह दे रहे हैं, राहुल गांधी उसी को लेकर बयानबाजी करने लग रहे हैं।
दरअसल, राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच 5 माह के अंतराल में 39 लाख नए मतदाता बने। इससे पहले वह लोकसभा में भी इसको लेकर सवाल उठा चुके हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा में हिस्सा लेते हुए विपक्ष के नेता ने कहा था कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच 5 माह में महाराष्ट्र में हिमाचल प्रदेश की आबादी के जितना नए मतदाता जोड़े गए। उनका कहना था कि हिमाचल प्रदेश की आबादी 70 लाख है और इतने ही नए मतदाता महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जोडे गए। ऐसे में राहुल गांधी के किस बयान को सही माना जाए, बड़ा सवाल ये है।
राहुल गांधी के बयानों में अंतर को लेकर भाजपा ने तंज कसा है। प्रेम शुक्ला का कहना है कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी है। मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया में बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) भी शामिल होता है। राहुल गांधी को बीएलए से इस बात को समझ लेना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि उनके पास प्रमाण है, तो उनको सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जाकर प्रमाण पेश करना चाहिए। जिससे कि उनको राहत मिल सके, लेकिन वह ऐसा न कर एक ही तराना गा रहे हैं। पहले ईवीएम पर सवाल उठा रहे थे, अब मतदाता सूची को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं।
Created On :   7 Feb 2025 8:03 PM IST