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Nagpur News: यात्रियों को अब 2 महीने पहले करनी होगी रेलवे की टिकट बुक
- 1 नवंबर से लागू होगा नया नियम
- रेलवे मिलेगा कम व्याज
- यात्रियों का 4 महीने नहीं फंसेगा पैसा कम
Nagpur News1 नवंबर से रेलवे का नया नियम लागू होनेवाला है। टिकटों का आरक्षण 120 दिन के बजाय 60 दिन पहले किया जाएगा। ऐसे में अब यात्रियों को लंबे समय से अपनी टिकटें बुक करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं टिकट बुकिंग की अवधि कम होने पर पक्के तौर पर सफर करने वाले यात्री ही टिकट बनाने से लगातार होनेवाले टिकटों के कैन्सिलेशन पर अंकुश लग सकेगा। मध्य रेलवे नागपुर मंडल की बात करें तो यहां प्रति महीने 5 करोड़ों रुपयों से ज्यादा की टिकटें कैन्सिल होती है। जिसमें अधिकतम टिकटें 3 से 4 महीने पहले निकाली हुई रहती है। अचानक प्रोग्राम बदल जाने से लोग टिकटें कैन्सिल कर देते हैं। अब 2 महीने पहले ही प्रोग्राम तय रहने के बाद ही टिकटें निकालने की ज्यादा संभावनाएं है।
रेल सफर आज हर किसी की जरूरत बनी है। सस्ता व सुविधाजनक सफर हर कोई चाहता है। लेकिन यात्रियों की तुलना गाड़ियों में कोच व बर्थ कम होते हैं। ऐसे में रेलवे सफर करने के लिए पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर टिकटें मिलती है। यानी ट्रेन के छूटने से 120 दिन पहले से उस ट्रेन की टिकटें बुक कराई जाती थी। ताकि 4 महीने बाद होने वाले सफर को अभी से पक्का किया जा सके। यात्री इसी अवधि के दौरान टिकटें बनाकर रखते थे। लेकिन 120 दिन बहुत लंबा इंतजार होता है। जिससे केवल शादी ब्याह के प्रोग्राम छोड़े तो बाकी प्रोग्राम बदल जाते हैं। जिससे यात्री फिर टिकटें गाड़ी छूटने के 10-20 दिन पहले कैन्सिल करते हैं। तब तक वह टिकटों को लंबे समय तक बुक करने से वाकई जरुरतमंदों को टिकटें नहीं मिलती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। 1 नवंबर से रेलवे में समय सारणी से लेकर कई नियमों का बदलाव होनेवाला है। जिसमें रेलवे टिकट बुकिंग अवधि को भी अब 60 दिन किया जानेवाला है। जिससे 2 महीने पहले पक्के तौर पर सफर करनेवाले यात्री ही टिकट बुक करने की ज्यादा संभावना है।
नागपुर मंडल में हर महीने 15 करोड़ से ज्यादा का होता है रिफंड : मध्य रेलवे नागपुर मंडल की बात करें तो वेटिंग रुम में टिकटें रहने से प्रति महीने 15 करोड़ से ज्यादा रुपये वापस करने पड़ते हैं। यह हम नहीं आंकड़े बयां करते हैं, इसमें कई यात्री बर्थ नहीं मिलने के कारण टिकटें कैन्सिल करते हैं, क्योकि यह बर्थ चार चार महीने पहले से बुक हो जाते थे। अप्रैल महीने में 17 करोड़ 64 लाख रुपये का रिफंड यात्रियों को करना पड़ा। मई में यह आंकड़ा 22 करोड़ रुपये पार कर गया। जून में 17 करोड़, जुलाई में 14 करोड़ 86 लाख, अगस्त में 15 करोड़ से ज्यादा सितंबर में फिर 15 करोड़ रुपये की टिकटें यात्रियों ने कैन्सिल की है।
Created On :   17 Oct 2024 4:50 PM IST