Nagpur News: यूनिवर्सिटी ने पहली बार जताई छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की चिंता, उठाया बड़ा कदम

यूनिवर्सिटी ने पहली बार जताई छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की चिंता, उठाया बड़ा कदम
  • विशेषज्ञ करेंगे परामर्श
  • तहसील, जिला, कॉलेज स्तर पर होगी कार्यशाला

Nagpur News. छात्रों में बढ़ रही अवसाद की समस्या बड़ी चिंता की वजह बनता जा रहा है। अब इसके समाधान के लिए नागपुर विश्वविद्यालय ने पहल की है। विश्वविद्यालय ने छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य का समाधान करने के लिए अपने बजट में 25 लाख रुपए का प्रावधान किया है। इसके तहत नागपुर विश्वविद्यालय और विश्वविद्यालय से संलग्न कॉलेज के छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर तालुका, जिला और विश्वविद्यालय स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही मानसोपचार विशेषज्ञ छात्रों को परामर्श देंगे।

ग्राफ बढ़ता जा रहा है

गौरतलब है कि आधुनिक तकनीक के इस युग में, विशेषकर युवा पीढ़ी मोबाइल की आदी हो गई है। दूसरी ओर, युवा पीढ़ी में मानसिक तनाव और अवसाद की दर भी काफी बढ़ गई है। अवसाद के शिकार युवाओं को यह भी डर रहता है कि अगर वे अपनी बात कहेंगे तो लोग उन पर हंसेंगे। इसलिए, वह इसे व्यक्त भी नहीं करते। दिन-प्रतिदिन इस समस्या का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। ज्यादातर शारीरिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दिया जाता है। लेकिन शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही मायने रखता है।

यह मामला गंभीर है

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) अनुसार विश्व में 15-30 वर्ष आयु-वर्ग में मृत्यु का चौथा सबसे बड़ा कारण आत्महत्या ही है। किशोरों और युवाओं में मानसिक बीमारियों, यहां तक कि शारीरिक विकलांगता का भी बड़ा कारण अवसाद (डिप्रेशन), उत्तेजना (एंजाइटी) तथा व्यावहारिक विकार (बिहेवियर डिसऑर्डर) हैं। वर्तमान में अवसाद, वैश्विक बीमारी बोझ में दूसरा स्थान रखता है। अभिभावकों के सपने और शैक्षिक बेरोजगारी, सामाजिक पूर्वाग्रह व उपेक्षा, व्यक्तिगत व पेशेवर संबंधों में तनाव यह भी युवाओं में मानसिक समस्याओं के प्रमुख कारण हैं।

नागपुर विवि में स्वास्थ्य केंद्र

नागपुर विश्वविद्यालय के छात्र एवं शिक्षकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर राज्यपाल नामित सदस्य शुभांगी नक्षिणे ने सीनेट सभा में प्रस्ताव रखा था। समस्या पर गंभीरता से विचार विमर्श कर समाधान के लिए नागपुर विश्वविद्यालय ने पहली बार छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य की ओर विशेष ध्यान देने के लिए कदम उठाया है। इस प्रस्ताव पर संज्ञान लेते हुए नागपुर विवि ने छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों के अच्छे मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य केंद्र में दो डॉक्टर, दो नर्स एवं एक मनोचिकित्सक की नियुक्ति का प्रावधान किया गया है।

भरोसा सेल का भी सुझाव

सीनेट सदस्य शुभांगी नक्षिणे ने कहा कि, नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए इससे संबंधित कार्यशाला आयोजित करने के लिए निधि का प्रावधान किया गया है। यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक पहल है। अवसाद से पीड़ित छात्रों में यह विश्वास दिलाने के लिए की हम भी तुम्हारे साथ हैं, इसलिए भरोसा सेल स्थापित करने का भी विवि को सुझाव दिया जाएगा। साथ ही हर कॉलेज में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में ध्यान देने के लिए एक प्राध्यापक को इसकी जिम्मेदारी दी जाए, इसका भी सुझाव दिया जाएगा।

Created On :   11 March 2025 6:10 PM IST

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