Nagpur News: संतरा, मौसंबी उत्पादकों को राहत की दरकार मंजूरी के बाद भी आखिर कहां अटकी मदद

संतरा, मौसंबी उत्पादकों को राहत की दरकार मंजूरी के बाद भी आखिर कहां अटकी मदद
  • 4.80 करोड़ रुपये की मांग
  • उत्पादकों को राहत की दरकार मंजूरी के बाद भी आखिर कहां अटकी मदद

Nagpur News. काटोल व नरखेड़ तहसील में संतरा व मौसंबी उत्पादक किसानों पर संकट का उल्लेख करते हुए राकांपा नेता सलिल देशमुख ने राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं। कहा गया है कि क्षेत्र में संतरा, मौसंबी उत्पादकों को राहत की दरकार है। सरकार ने बढ़ी हुई मदद को मंजूरी दी थी। लेकिन किसानों के बैंक खाते में मदद राशि जमा नहीं हो पाई है। मंजूरी के बाद भी मदद कहां अटकी है। देशमुख ने कहा-बुर्शी रोग के कारण काटोल व नरखेड़ तहसील में संतरा व मौसंबी की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। इस नुकसान की भरपाई के लिए काटोल व नरखेड़ तहसील में 9.58 करोड़ की बढ़ी हुई मदद की मांग की गई थी। उस मदद के लिए सरकार ने त्वरित मंजूरी दे दी लेकिन किसानों को मदद नहीं मिल पाई है।

4.80 करोड़ रुपये की मांग

राहत की मांग को लेकर संतरा उत्पादकों के साथ नागपुर में बड़ा आंदोलन किया गया था। उसके बाद सर्वे करके सरकार को रिपोर्ट दी गई थी। विधानसभा चुनाव के पहले काटोल तहसील के लिए 19.43 करोड़ व नरखेड़ तहसील के लिए 28.88 करोड़ रुपये मंजूर किए गए। लेकिन सर्वे में अनेक संतरा व मौसंबी उत्पादकों का समावेश नहीं हो पाया था। उसके लिए प्रस्ताव तैयार करके काटोल तहसील के लिए 4.78 करोड़ व नरखेड़ तहसील के िलए 4.80 करोड़ रुपये की मांग की गई। लेकिन अब भी मदद नहीं मिल पाई है।

Created On :   16 Feb 2025 7:14 PM IST

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