- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- मनपा में फेस रिकग्निशन सिस्टम से...
Nagpur News: मनपा में फेस रिकग्निशन सिस्टम से उपस्थिति दर्ज होगी, पहचान के बाद ही मिलेगा वेतन

- दो स्तर पर डेटा की जांच और सत्यापन के बाद ही होगा भुगतान
- धरमपेठ में प्रायोगिक क्रियान्वयन
- 2011 में साफ्टवेयर बना, अब लागू
Nagpur News. महानगरपालिका प्रशासन ने सूचना और तकनीकी के इस्तेमाल से उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था लागू की है। इस माह मनपा मुख्यालय समेत 10 जोन कार्यालयों में चेहरे से पहचान के लिए ‘फेस रिकग्निशन सिस्टम’ लगाए गए हैं। मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने सख्ती से मार्च माह में उपस्थिति के आधार पर ही वेतन का भुगतान करने का निर्देश दिया है। ऐसे में अब 4500 सफाई कर्मचारियों के साथ ही 3824 आला अधिकारी, कर्मचारियों को अप्रैल में ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही वेतन प्राप्त होगा। खास यह है कि मनपा के नागरी सुविधा केन्द्र से प्राप्त होने वाले कर्मचारियों के डाटा को वित्त विभाग से भी दोबारा जांच किया जाएगा। दो स्तर पर जांच और सत्यापन के बाद ही वेतन भुगतान होगा।
10 जोन कार्यालयों में 40 से अधिक मशीन
महानगरपालिका मुख्यालय के साथ ही 10 जोन कार्यालयों में 40 से अधिक मशीन लगाए गए हैं। इस मशीन में सभी अधिकारी-कर्मचारियों के चेहरे की पहचान के साथ ही अन्य डाटा अपलोड किए जा रहे हैं। मुख्यालय में पांच स्थानों के साथ ही फायर विभाग, स्वास्थ्य विभाग और 10 जोन कार्यालयों में मशीन स्थापित किए गए हैं। जोन स्तर पर सफाई मजदूरों की उपस्थिति के लिए जमादार और स्वच्छता अधिकारी को डाटा अपलोड करने की जिम्मेदारी दी गई है।
2011 में साफ्टवेयर बना, अब लागू
महानगरपालिका प्रशासन ने सूचना तकनीक के साथ अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज करने की पहल सालों पहले की थी, लेकिन क्रियान्वयन को लेकर लापरवाही होती रही है। हैदराबाद की मॉस टेलिकॉम ने साल 2011 में पे रोल इंफार्मेशन सिस्टम को तैयार कर दिया था। इस व्यवस्था में अंगूठे की सहायता से उपस्थिति दर्ज कराने की व्यवस्था थी। कर्मचारियों के विरोध के चलते इसे लागू नहीं किया जा सका था। अब आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने मार्च माह से कड़ाई से पालन करने का आदेश जारी किया है। ऐसे में अब आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त समेत सभी अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए मार्च माह में चेहरे से पहचान (फेस रिकग्निशन सिस्टम) से वेतन भुगतान को अनिवार्य कर दिया है।
धरमपेठ में प्रायोगिक क्रियान्वयन
महानगरपालिका के धरमपेठ जोन में 20 फरवरी से प्रायोगिक रूप में क्रियान्वयन आरंभ किया गया है। जोन के करीब 720 सफाई कर्मचारियों के जियो लोकेशन टैगिंग के साथ मोबाइल ऐप लागू किया गया है। इस व्यवस्था में दो शिफ्ट में मजदूरों की उपस्थिति को रिकार्ड कर डाटा संकलित किया गया है। डाटा संकलन कर रिपोर्ट बनाने की जिम्मेदारी नागरी सुविधा केन्द्र (सिटीजन फैसिलिटी सेन्टर) को दी गई है। कर्मचारियों की उपस्थिति के रिकार्ड में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ अथवा गलत रिकार्ड डालने के मामले से सुरक्षा के लिए भी व्यवस्था की गई है। नागरी सुविधा केन्द्र से मिलने वाले रिकार्ड और डाटा को वित्त एवं लेखा विभाग में भी जांच किया जाएगा। इसके बाद ही वेतन की प्रक्रिया होगी।
1 अप्रैल से व्यवस्था लागू
विजया बनकर, उपायुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग, मनपा के मुताबिक महानगरपालिका में सॉफ्टवेयर और सिस्टम को अपग्रेड करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। सभी अधिकारी, कर्मचारी और सफाई मजदूर तक के लिए व्यवस्था लागू की गई है, जो 1 अप्रैल से प्रभावी होगी।
Created On :   3 March 2025 8:01 PM IST