शहर के 59 पुतलों की हुई सफाई, एक सप्ताह के बाद पुतलों के बुरे हाल नजर आ रहे

शहर के 59 पुतलों की हुई सफाई, एक सप्ताह के बाद पुतलों के बुरे हाल नजर आ रहे

Nagpur News : महानगरपालिका के स्वच्छ, सुंदर और हरित शहर की संकल्पना में स्वच्छ दिवाली, शुभ दिवाली अभियान में शहर के 59 पुतलों, स्मारक, चौक की सामूहिक रूप से सफाई की गई। मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल, अजय चारठाणकर के मार्गदर्शन में स्वच्छ दिवाली, शुभ दिवाली अभियान को 21 से 31 अक्टूबर तक शहर में संचालित किया गया। अभियान में 28 अक्टूबर को मनपा के 10 जोन में महापुरूष, स्वतंत्रता सेनानी समेत करीब 59 पुतलों एवं चौक की पहली मर्तबा सामूहिक रूप से सफाई की गई। इस दौरान उपायुक्त मिलिंद मेश्राम, प्रकाश वराड़े समेत अन्य सहायक आयुक्तों के माध्यम से प्रमुख स्थान के पुतलों, महापुरूषों की प्रतिमा की सफाई की गई, लेकिन केवल 1 सप्ताह के बाद भी पुतलों के बुरे हाल नजर आ रहे हैं। शहर के प्रमुख इलाकों में महापुरूषों की प्रतिमाओं पर पुराने पुष्पहार बेहद खराब रूप में नजर आ रहे है। शहर के मनपा मुख्यालय के समीप विधान भवन चौक पर गोंड राजे बख्त बुलंदशाह, सीताबर्डी परिसर में नारायणसिंह ऊईके, केपी पार्क के कस्तूरचंद डागा की प्रतिमा, घाट रोड स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल चौक समेत अनेक पुतलों का समावेश है। संतरों के साथ ही उपराजधानी को पुतले के शहर के रूप में भी पहचाना जाता है। एक अनुमान के मुताबिक करीब 110 से अधिक पुतले शहर में मौजूद है। इन पुतलों की देखभाल और दुरूस्ती को लेकर मनपा प्रशासन दायित्व निभाता है। इस साल मनपा के शुभ दिवाली, स्वच्छ दिवाली अभियान के तहत 28 अक्टूबर को आला अधिकारियों के नेतृत्व में पुतलों की सफाई की गई, लेकिन महज चंद दिनों के बाद ही पुतलों की स्थिति खराब दिखाई दे रही है। पुतलों की सफाई के बाद भी परिसर में धूल और पुतलों पर पुराने पुष्पहार के ढेर बने हुए है। ऐसे में सफाई अभियान के साथ ही पुतलों की अवस्था पर तरस आ रहा है।

नंगा पुतला भी बदहाल

9 नवंबर 1971 को धारस्कर रोड परिसर में रहनेवाले जयकुमार जैन के परिवार बेटे मुन्ना की होलसेल क्लॉथ मार्केट के सामने सिटी बस की चपेट में आने से मौत हो गई थी। गांधीबाग से मेडिकल और अन्य मार्गों के लिए पोस्ट ऑफिस के सामनेवाले मार्ग से बसें जाती थी। इस घटना के बाद इलाके से बसें की आवाजाही को बंद कर क्षेत्र के नगरसेवक वल्लभदास डागा के प्रयास से बालक की याद में चौराहा बनाया गया। 20 दिसंबर 1980 को गीता मंदिर के स्वामी दर्शनानंद, साहित्यरत्न मदनलाल जोशी, उपायुक्त ए.एन. गुप्ते, नगरसेवक वल्लभदास डागा की उपस्थिति में आरंभ किया गया। चौराहे पर निर्वस्त्र प्रतिमा होने से नंगा पुतला चौक के रूप में पहचान हो गई। इस पुतले को कुछ समय पहले मरम्मत कर रंगरोगन भी किया गया था, लेकिन अब शहर के बेहद व्यस्त और व्यापारिक इलाके के चौराहे के बुरे हाल हो गए है। कई जगह से पुतले की परत उखड़ गई है। इसके साथ ही परिसर में गंदगी भी नजर आ रही है।

जोन कार्यालयों की जिम्मेदारी, देेगें सफाई का निर्देश

मनीष सोनी, जनसंपर्क अधिकारी, मनपा के मुताबिक शहर में पुतलों की सफाई और देखभाल के लिए जोन स्तर पर जवाबदेही सौंपी गई है। महापुरूषों की जयंती और पुण्यतिथि पर अग्निशमन विभाग से सफाई की जाती है, लेकिन नियमित रूप से पुतलों से पुराने पुष्पमाला को निकालने और सफाई रखने की जिम्मेदारी जोन कार्यालयों की है। इस मामले में जोन कार्यालयों को निर्देश दिया जाएंगा।


Created On :   11 Nov 2024 1:24 PM GMT

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