Nagpur News: गांधीसागर तालाब के सौंदर्यीकरण का लोकार्पण, दूसरे चरण के काम में 11 करोड़ की लागत

गांधीसागर तालाब के सौंदर्यीकरण का लोकार्पण, दूसरे चरण के काम में 11 करोड़ की लागत
  • पीएचई विभाग से लापरवाही बरकरार
  • दूसरे चरण में 11 करोड़ की लागत से हो रहा है कार्य
  • महानगर के मध्य में हैं गांधीसागर तालाब

Nagpur News : महानगरपालिका की ओर से गांधीसागर तालाब सौंदर्यीकरण के पहले चरण का लोकार्पण और मोमिनपुरा में अत्याधुनिक ई-लायब्रेरी का निर्माणकार्य को लेकर भूमिपूजन केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी के हाथों हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विधायक प्रवीण दटके, विकास कुंभारे, मनपा आयुक्त तथा प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी, अतिरिक्त आयुक्त आंचल गोयल समेत मनपा के अधिकारी, कर्मचारी एवं पूर्व नगरसेवक उपस्थित थे। अपने संबोधन में केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने हेरीटेज गांधीसागर तालाब के सौदर्यीकरण को शहर के विकास में मील का पत्थर बताते हुए कहा कि करीब 300 साल पुराने तालाब के सौदर्यीकरण और पागे उद्यान से परिसर के नागरिकों को वॉकिंग ट्रैक भी सुविधाजनक रहेगा। मनपा के अधिकारियों और कर्मचारियों के काम को लेकर केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने संतोष जताया है।

दूसरे चरण में 11 करोड़ की लागत

करीब 3 साल पहले ऐतिहासिक गांधीसागर तालाब के गहराईकरण और सौंदर्यीकरण का काम आरंभ किया गया था। आरंभ में प्रोजेक्ट की लागत करीब 31 करोड़ रुपए थी, लेकिन देरी के चलते लागत 37 करोड़ तक पहुंच गई। प्रथम चरण में पॉथ वे, स्टोन ग्लेडिंग, सुरक्षा दीवार, गांधीसागर तालाब का गहराईकरण उत्तरी और पूर्वी क्षेत्र के साैदर्यीकरण, हेरीटेज बुर्ज, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट समेत पागे उद्यान को तैयार कर दिया गया है। दूसरे चरण में 11 करोड़ की लागत से बालभवन परिसर में मल्टीपर्पज हॉल और पॉथ वे, फाऊंटेन समेत अन्य सुविधा का निर्माण होगा। दूसरे चरण के लिए टेंडर प्रक्रिया को आरंभ कर दिया गया है। जल्द ही ठेका एजेंसी नियुक्त कर कार्यादेश दिया जाएंगा।

पीएचई विभाग से लापरवाही बरकरार

मनपा के सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के माध्यम से गांधीसागर तालाब सौदर्यीकरण को आरंभ किया गया है। करीब दो साल पहले कार्यकारी अभियंता श्वेता बनर्जी पदोन्नति होकर अधीक्षक अभियंता बन गई है। ऐसे में विभाग में कार्यकारी अभियंता का पद रिक्त पड़ा हुआ है। सामान्य प्रशासन विभाग से कई मर्तबा कार्यकारी अभियंता पद के लिए प्रस्ताव बनाएं गए, लेकिन अब तक कार्यकारी अभियंता नहीं मिल पाया है। शहर में कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में कार्यकारी अभियंता नहीं होने से दिक्क्त हो रही है।

Created On :   10 Oct 2024 5:36 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story