Nagpur News: कर्फ्यू का असर - रामनवमी और झूलेलाल झांकियों की तैयारी धीमी, कुछ ने ऑर्डर रद्द किए

कर्फ्यू का असर - रामनवमी और झूलेलाल झांकियों की तैयारी धीमी, कुछ ने ऑर्डर रद्द किए
  • तैयारियों को लेकर बढ़ी परेशानी
  • मूर्तिकारों ने दैनिक भास्कर से साझा की चिंता
  • मूर्तियां बनाने का सामान उपलब्ध नहीं

Nagpur News. मार्च और अप्रैल त्योहार का मौसम माना जाता है। गुढ़ी पाडवा, झूलेलाल जयंती और रामनवमी सहित विविध त्योहार इन दिनों रहते हैं। भगवान झूलेलाल जयंती और रामनवमी पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। जिसकी तैयारियां पहले से शुरू हो जाती हैं। महल स्थित चितारओली परिसर में इन झांकियों की तैयारी देखी जाती है। किन्तु क्षेत्र में लगे कर्फ्यू के चलते इन तैयारियों पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। चर्चा के दौरान मूर्तिकारों ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कर्फ्यू के कारण कच्चे सामग्री की उपलब्धता का संकट निर्माण हो गया है। जिसका असर झांकियों की तैयारियों पर दिख रहा है।

मजदूर भी नहीं आ पा रहे

तैयारियों को लेकर स्थानीय मूर्तिकार व कारीगरों ने दैनिक भास्कर को बताया कि घटना के बाद मध्य नागपुर के बड़े हिस्से में कर्फ्यू लागू किया गया है। इसके कारण झांकियां बनाने के लिए आवश्यक कच्चा माल इतवारी बाजार से लाना संभव नहीं हो पा रहा है। मूर्तिकारों को कच्चे माल की आपूर्ति में समस्याएं आ रही हैं। मंडल के लोग भी उन्हें ऑर्डर देने के लिए बाजार नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा, कर्फ्यू के कारण बाहर से मूर्ति बनाने के लिए आने वाले मजदूर भी चितार ओली परिसर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे झांकियों के निर्माण में समस्या उत्पन्न हो रही है।

आर्थिक नुकसान का डर

मूर्तिकारों के बीच इस स्थिति को लेकर भ्रम का माहौल है। उनका कहना है कि अगर कर्फ्यू जारी रहा तो शोभायात्रा रद्द हो सकती है, जो उनके लिए भारी आर्थिक नुकसान का कारण बनेगा। इस स्थिति में मूर्तिकारों को दोहरी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि न केवल वे कच्चे माल की आपूर्ति में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, बल्कि उनका काम भी प्रभावित हो रहा है। रामनवमी से पहले झूलेलाल जयंती है। ऐसे में झूलेलाल जयंती पर इसका असर प्रभाव होगा।

अनुमति नहीं मिलने से आर्डर कर रहे रद्द

कर्फ्यू के कारण मूर्तिकारों को ऑर्डर प्राप्त नहीं हो रहे हैं और कई ऑर्डर कैंसल हो चुके हैं। छोटे मूर्तिकारों को विशेष रूप से नुकसान हो रहा है, जिनके पास अब तक कोई ऑर्डर नहीं है। कुछ मंडल अनुमति नहीं मिलने के कारण पहले से दिए गए ऑर्डर भी रद्द कर रहे हैं।

एक महीने पहले शुरू होती हैं तैयारियां : भगवान झूलेलाल शोभायात्रा की झांकियों की तैयारियां हर साल फरवरी से शुरू होती हैं। कई मंडलों ने एडवांस में पैसे दिए थे और काम भी शुरू कर दिया था, लेकिन कच्चे माल की कमी के कारण झांकियां अब तक अधूरी हैं। मूर्तिकारों का कहना है कि यदि कर्फ्यू हटा दिया जाता है तो भी झांकियों में कमी रह सकती है। झांकियों में शामिल होने वाली मूर्तियां बनाने के लिए घास, पेंट, कपड़ा, जरी, बॉटम और कुंदन जैसे सामान की आवश्यकता होती है, जो इतवारी बाजार से उपलब्ध होता है।

सामान पर्याप्त नहीं

अप्रैल में रामनवमी है और मूर्तिकारों को इस आयोजन की तैयारियों के लिए भी सामान की आवश्यकता है। लेकिन जो माल झूलेलाल की शोभायात्रा के लिए उपलब्ध है, वही पर्याप्त नहीं है। इस कारण रामनवमी की तैयारियों में भी बाधा आ रही है।

झांकियां अधूरी हैं

विनोद सूर्यवंशी, (मूर्तिकार) के मुताबिक हमें जो कपड़ा चाहिए वह इतवारी में मिलता है, लेकिन अब तक झांकियां अधूरी हैं। हमारा काम धीमी गति से चल रहा है। रामनवमी की तैयारियाँ भी प्रभावित हो रही हैं।

12 से 13 हजार का फटका

विजय गायकवाड़, (मूर्तिकार) के मुताबिक मुझे जो ऑर्डर मिला था, वह कैंसल हो गया। मैंने एडवांस के अलावा अपनी जेब से पैसे लगाकर झांकी बनाई थी, अब मुझे 12 से 13 हजार का नुकसान हुआ है।



Created On :   23 March 2025 9:23 PM IST

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