Nagpur News: दिवाली पर पेंच व्याघ्र प्रकल्प में पर्यटकों की धूम , अभी से बढ़ी बुकिंग हो रही फुल

दिवाली पर पेंच व्याघ्र प्रकल्प में पर्यटकों की धूम , अभी से बढ़ी बुकिंग हो रही फुल
  • होटल आदि अभी से हो गए बुक
  • समय पर आने वालों को हो सकती है परेशानी
  • लगातार छुटि्टयां आने से सैलानी बढ़ने की उम्मीद

Nagpur News दिवाली की छुटि्टयां इस बार जंगल में बिताने के लिए कई पर्यटक बेताब दिख रहे हैं। अभी से पेंच जंगल सफारी की बुकिंग फुल होने लगी है। दिवाली के बाद तो विकेंड की टिकटें अभी से ऑनलाइन नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सैलानियों को ऑफ लाइन टिकटों पर निर्भर रहना पड़ सकता है। 2 नवंबर से अगले 8 दिनों तक तेजी से टिकटों की बुकिंग होने की जानकारी है।

नागपुर जिले में सबसे बड़ी जंगल सफारी पेंच व्याघ्र प्रकल्प की है। यह 789 स्वेअर किमी में फैला जंगल है। यहां कुल 7 सफारी गेट हैं। जिसमें ईस्ट पेंच में सिल्लारी, खुर्सापार, चोरबाहुली वहीं वेस्ट पेंच में नागलवाड़ी, कोलीतमारा, सुरेवानी, खुबाड़ा आदि गेट हैं। यहां प्रति दिन हजारों की संख्या में सैलानी जंगल घूमने आते हैं। जंगल में 50 से ज्यादा बाघ मौजूद हैं, वहीं तेंदुओं की संख्या भी इससे ज्यादा है। ऐसे में यह जंगल विदेशियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है।

कुछ ही दिनों में दिवाली है, 31 अक्टूबर को हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्यौहारों में शामिल दीपावली मनाई जाएगी। इसमें बच्चों से लेकर कई कार्यालय आदि को छुटि्टयां रहती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोग घूमने फिरने की योजना बनाते हैं। इसमें कई लोग जंगलों में घूमना पसंद करते हैं। जिसके कारण इस बार नवंबर माह की शुरूआत से जंगल सफारी के लिए पर्यटकों की भीड़ लगने लगी है। 4 व 5 को विकेंड रहने से टिकटें फुल हो गई है। इसके अलावा बाकी दिनों भी 90 प्रतिशत टिकटें बुक हो गई है। वहीं लगातार टिकटें बुक होने की स्थिति बढ़ती जा रही है।

कहां कितनी जिप्सी : पेंच में कुल सात गेट पर प्रति दिन 180 जीप्सियां जंगल भ्रमन के लिए जाती है। जिसमें एक जिप्सी में 6 पर्यटक रहते हैं। ऐसे में प्रति दिन यहां 2 हजार से ज्यादा यात्री जंगल भ्रमण की स्थिति रहती है। इसमें सिल्लारी में सबसे अधिक 35 जीप्सियां एक बार में यानी 50 जिप्सी दिनभर में चलती है। खुर्सापार में 25 जीप्सियां दिनभर में 50 जिप्सी चोरबाहुली में 12 जीप्सियां यानी दिनभर में 24 जीप्सियां चलती है। इसके अलावा नागलवाडी में 14, सालेघाट में 10 व खुबाडा आदि में 10-10 जीप्सियां चलाई जाती है।

5 हजार 5 सौ 25 रुपये सफारी खर्चा : एक सफारी के लिए 5 हजार 5 सौ 25 रुपये देना पड़ता है। जिसमें 6 लोगों सैलानी सवार हो सकते हैं। इसके अलावा यहां रहने के लिए वन विभाग के टूरिस्ट कॉम्पलेक्स हैं, जहां प्रति दिन ढाई हजार के करीब किराया 2 लोगों के लिए है। ऑफ दिन सफारी में 4 सौ 75 रुपये कम होते हैं।

Created On :   18 Oct 2024 5:44 PM IST

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