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Nagpur News: एसटी बसों में चिल्लर को लेकर हो रही चिकचिक, कंडक्टर व यात्रियों में विवाद
- चिल्लर को लेकर चिकचिक शुरू हो गयी
- चिल्लर को लेकर यात्रियों और बस कंडक्टर में हर दिन विवाद हो रहे है
Nagpur News. महाराष्ट्र में एसटी बसों का किराया क्या बढ़ा, चिल्लर को लेकर चिकचिक शुरू हो गयी है। चिल्लर को लेकर यात्रियों और बस कंडक्टर में हर दिन विवाद हो रहे है। हालांकि,किराया बढ़ने से भी यात्रिययों में नाराजगी देखी जा रही है। दरअसल, एसटी ने 25 जनवरी 2025 से किराये में वृद्धि कर दी है। लगभग 15 प्रतिशत किराया बढ़ाया गया है। जिससे यात्रियों की जेब ढीली हो रही है। किराया वृद्धि के अलावा यात्रियों को चिल्लर की किल्लत से भी परेशानी हो रही है। बता दे, कि इससे पहले हुई किराया वृद्धि में 5 व 10 रुपये के हिसाब से किराया बढ़ाया गया था। ऐसे में किसी भी स्टॉपेज का किराया 5 या 10 रुपये में आता था। जैसे 110 या 115 रूपये लेकिन अब बढ़ाये गए किराये में कोई राउंड ऑफ का पैर्टन नहीं लागू किया गया है। जिससे किराया 111 या 118 रूपये जैसी संख्या में सामने आ रहा है। परिणामस्वरुप चिल्लर के लिए आये दिन यात्री व कंडक्टर में विवाद हो रहे हैं। कई बार तो चिल्लर की किल्लत के कारण यात्रियों को बस तक छोड़ना पड़ रहा है। बता दें कि, आम यात्रियों के लिए एसटी का सफर बेहद महत्वपूर्ण है। जिसके चलते आये दिन बड़ी संख्या में यात्री एसटी बसों पर निर्भर रहते हैं। केवल नागपुर विभाग की बात करें तो यहां कुल 419 बसें है, जिनके भरोसे प्रति दिन 1 लाख 20 हजार से लेकर 1 लाख 40 हजार तक यात्री निर्भर रहते हैं। अभी तक बसों में किसी भी स्टॉपेज का किराया 5 व 10 रुपये के पैटर्न में लिया जा रहा था। लेकिन हाल ही में किराया वृद्धि के बाद पैटर्न बदल गया है। किराया 11 रुपये लेकर 19 रुपये जैसे पैटर्न में सामने आ रहा है। जिससे की 3, 4, 6, 7, रुपये की कील्लत यात्रियों को सहनी पड़ रही है। जैसे पहले नागपुर से काटोल का किराया 90 रुपये था। ऐसे में 100 का नोट देने पर 10 रुपये वापिस करने पड़ रहे थें। जिससे की दिक्कते नहीं हो रही थी। लेकिन अब काटोल का किराया 102 रुपये हो गये हैं। ऐसे में यात्रियों को 110 रुपये देने पड़ रहे हैं। जिसके बाद कंडेक्टर को 8 रुपये वापिस देने पड़ते हैं। लेकिन कई बार कंडेक्टर के पास 8 रुपये चिल्लर नहीं रहते हैं, ऐसे में वह यात्रियों से 2 रुपये चिल्लर मांगते हैं। लेकिन आमतौर पर सभी यात्रियों के पास 2 रुपये चिल्लर नहीं रहते हैं। ऐसे में चिल्लर को लेकर काफी अनबन होती है।
नहीं मिलते पैसे वापस
कई बार कंडेक्टर द्वारा चिल्लर नहीं रहने पर टिकट पर बाकी पैसों को लिखा जाता है। वही यात्री से कहा जाता है, जब भी स्टॉपेज आये मांग लेना। लेकिन कई बार तो न तो कंडेक्टर को यह बात याद रहती है और न ही यात्री इसे याद रख पाता है। ऐसे में यात्रियों को चिल्लर वापिस नहीं मिलने की स्थिति सामने आती है। इसके अलावा कई बार चिल्लर की कील्लत से यात्रियों को बस से उतर भी जाना पड़ रहा है।
इसलिए होती है समस्या
रामटेक का पहले किराया 70 था अब 81, सावनेर का पहले 60 अभी 71, वरूड का पहले 160 था अब 182, भंडारा का पहले 95 अभी 112 रुपये, लाखनी पहले 130 अब 152, साकोली पहले 165 अभी 192, तुमसर पहले 150 अब 172 रुपये, गोंदिया का पहले 255 वी अब 292, वर्धा का पहले 115 वही अब 142, हिंगणघाट का 115 वही अब 132 रुपये लगभग सभी जगहों का किराया इसी तरह बढ़ाया है।
Created On :   29 Jan 2025 6:59 PM IST