Nagpur News: बाजार में खपा डाले 20 लाख के नकली नोट , 6 आरोपी गिरफ्तार

बाजार में खपा डाले 20 लाख के नकली नोट , 6 आरोपी गिरफ्तार
  • नागपुर में छापाखाना, इंदौर पुलिस ने किया पर्दाफाश
  • डिमांड के हिसाब से भेजी जाती थी खेप

Nagpur News संतरानगरी में एमपीएससी पेपर बिक्री कांड मामले को लेकर जारी हंगामें के बीच नागपुर में नकली नोटों का छापाखाना चलाए जाने का बड़ा खुलासा हुआ है। यह छापाखाना नागपुर-कामठी रोड पर जरीपटका थानांतर्गत चॉक्स कॉलोनी में प्लॉट नंबर 80 में संचालित हो रहा था। इस मामले में मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस ने आरोपी मलकित सिंह गुरमेश सिंह विर्क क्वार्टर नंबर 80, चॉक्स कॉलोनी, कामठी रोड, नागपुर और मनप्रीत सिंह कुलविंदर सिंह विर्क (26) क्वार्टर नंबर 84 चॉक्स कालोनी कामठी रोड नागपुर निवासी सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

नकली नोट चलाने के आरोप : आरोप है कि मलकितसिंह विर्क और मनप्रीतसिंह विर्क नकली नोट छापकर नागपुर के अलावा मुंबई, पुणे सहित राजस्थान के जोधपुर, मध्यप्रदेश के इंदौर, जबलपुर, सीहोर में नोट चला चुके हैं। गिरफ्तार आरोपियों से 200 और 500 रुपए के 2 लाख के नकली नोट बरामद हुए। नोट छापने के उपकरण भी जब्त किए हैं। नागपुर के मनप्रीत और मलकित ने 20 लाख के नकली नोट दिए हैं। बताया जाता है कि डिमांड यानी की आर्डर के अनुसार ही यह नकली नोट छापकर देते थे।

एक लाख के नकली नोट के बदले 20 हजार लेते थे : सूत्रों से पता चला है कि 1 लाख रुपए की नकली नोट छापकर देने के बदले में 20 से 30 हजार रुपए असली नोट लेते थे, वह भी ग्राहक देखकर सौदा तय करते थे। ताज्जुब यह कि जरीपटका थाने की पुलिस के नाक नीचे नकली नोटों का छापाखाना शुरू था, लेकिन इसकी भनक न तो जरीपटका पुलिस थाने के डीबी, खुफिया विभाग को लगी और न ही शहर की क्राइम ब्रांच और उसके अंतर्गत संचालित होने वाली 5 यूनिट के अधिकारियों- कर्मचारियों को खबर लगी। नागपुर शहर की क्राइम ब्रांच एक बार फेलियर साबित हो गई। शहर में चोरी, हत्या की वारदातें बढ़ रही हैं, डिटेक्शन का प्रमाण न के बराबर है। ऐसे में इस तरह के बड़े मामले शहर की क्राइम ब्रांच के अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर संदेह के घेरे में खड़े कर रहे हैं। नागरिकों का भी सवाल है कि आखिर मुख्यमंत्री के गृह नगर में यह सब चल क्या रहा है।

ट्रैवल्स बसों से भेजते थे नकली नोटों के बंडलों का पार्सल : इंदौर महानगर के डीसीपी जोन 2 के एसपी अभिनय विश्वकर्मा को गुप्त सूचना मिली कि इंदौर में नकली नोटों के संचालन में अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह के तार महाराष्ट्र के नागपुर से जुड़े हैं। उन्होंने इस मामले का पर्दाफाश करने के लिए नागपुर के पुलिस परिमंडल 5 के उपायुक्त निकेतन कदम की मदद ली और चॉक्स कॉलोनी निवासी मलकित सिंह विर्क और मनप्रीतसिंह विर्क को नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया। यह दोनों आरोपी नकली नोट का छापाखाना घर में शुरू कर रखा था। दोनों 500 और 200 रुपए के नकली नोट छापा करते थे। इसके बाद डिमांड या आर्डर के अनुसार उसे ट्रैवल्स बसों में पार्सल के माध्यम से भेजा करते थे। यह अब तक कितने नकली नोट भेज चुके हैं, इसके बारे में इंदौर पुलिस पूछताछ कर रही है। दोनों आरोपियों को नागपुर से प्रॉडक्शन वारंट पर इंदौर पुलिस लेकर गई, लेकिन जरीपटका थाने के थानेदार को भनक तक नहीं लग सकी और न ही इस क्षेत्र में कार्यरत क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 को कोई मालूमात मिल सकी।

ऐसे हुआ खुलासा : इंदौर की लसूडिया थानांतर्गत पुलिस ने नकली नोट के साथ देवास नाका पर शुभम उर्फ पुष्पांशु मदन रजक (26) निवासी 1009 पुरानी मछरी थाना लाडगंज जिला जबलपुर को नकली नोट के साथ गिरफ्तार किया। शुभम ने बताया कि नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे हैं। इस आधार पर महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा को नसरुल्लागंज जिला सीहोर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिपाल ने पूछताछ में मलकित सिंह विर्क नागपुर निवासी का नाम उजागर किया। इसके बाद पुलिस ने मोहित की निशानदेही पर मनप्रीत सिंह विर्क नागपुर निवासी अौर मलकित सिंह विर्क समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 200 और 500 रुपए के 2 लाख के नकली नोट जब्त किए। पुलिस ने जब महिपाल को गिरफ्तार किया, तो उसने खुलासा किया कि नागपुर के मनप्रीत और मलकित से 20 लाख रुपए के नकली नोट खरीदे, जिन्हें आगे अनुराग और मोहसिन को दिया। जांच में पता चला कि मलकित ही नकली नोट तैयार करता था। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे एक फैक्ट्री की तरह सेट अप बनाकर अब तक 20 से 22 लाख रुपए के नकली नोट तैयार कर बेच चुके हैं।

अब तक हो चुकी इनकी गिरफ्तारी : डीसीपी ज़ोन 2 अभिनव विश्वकर्मा के अनुसार, नकली नोट मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मलकित सिंह विर्क, मनप्रीत सिंह विर्क, महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा रामलाल बेड़ा निवासी डांडिया वास, जोधपुर (वर्तमान पता - शास्त्री कॉलोनी, नसरुल्लागंज), अनुराग धर्म सिंह चौहान होली टेकरा, ग्राम रेटी, जिला सीहोर, मोहसिन नासिर खान दाऊदी नगर, खजराना और शुभम उर्फ पुष्पांशु मदन रजक निवासी 1009, पुरानी मछली मंडी, थाना लार्डगंज, जिला जबलपुर (वर्तमान पता स्कीम 136, इंदौर) निवासी शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन लेजर प्रिंटर, ए 4 साइज के 85 जीएसएम कागज (जिन पर 500 और 200 रुपए के नकली नोट छपे थे), दो लैमिनेशन मशीनें, आरबीआई की सुरक्षा पट्टी चिपकाने वाली पन्नी और एक लैपटॉप बरामद किया है।

Created On :   7 Feb 2025 4:20 PM IST

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