- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- आयुर्वेद से किया जाएगा कुपोषित...
Nagpur News: आयुर्वेद से किया जाएगा कुपोषित बच्चों का उपचार, मिशन उत्कर्ष से मिलेगी मरीज की स्थिति की जानकारी

- मिशन ऊर्जा और प्रोजेक्ट ईएमआरएस के माध्यम से होगा अमल
- क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्था नागपुर का विशेष योगदान
- 14 से 18 साल के 25600 लाभार्थियों को इसका लाभ मिलेगा
Nagpur News आयुष मंत्रालय ने हाल ही में मिशन उत्कर्ष और प्रोजेक्ट ईएमआरएस शुरु किया है। मिशन उत्कर्ष के माध्यम से 14 से 18 आयुवर्ग के किशोरवयीन बच्चों में एनिमिया के लक्षण, स्थिति का पता लगाया जाएगा। उनकी हालत सुधारने के लिए महिला व बाल विकास मंत्रालय व आयुष मंत्रालय के बीच इसके लिए समझौता करार किया गया है। क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्था नागपुर के माध्यम से यह काम किया जाएगा। इसके लिए विविध स्तर पर काम किया जानेवाला है। सहायक संचालक डॉ. मिलिंद सूर्यवंशी ने इसकी जानकरी दी।
उन्होंने आयुर्वेद संस्थान व आयुष मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे विविध कार्यों की जानकारी पत्रपरिषद में दी। उन्होंने बताया कि मिशन उत्कर्ष अंतर्गत धुबरी, पश्चिम सिंगभूम, बस्तर, गडचिरोली, धौलपुर इन पांच जिलों के अांगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत किशाेरवयीन बालिकाओं का स्वास्थ्य की दृष्टि से परिणामकारक व सुरक्षित आयुर्वेदिक औषधियों का वितरण किया जाएगा। 14 से 18 साल के 25600 लाभार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेस, ऑल इंडिया आयुर्वेदिक रिसर्च इन्स्टिटयूट नई दिल्ली, नेशनल इन्स्टिटयूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर और आईआईपीएच-डीआईएल द्वारा कार्यक्रमों का अमल किया जा रहा है।
कुपोषण रोकने 2200 विद्यार्थियों की होगी जांच : ईएमआरएस यानि एकलव्य मॉडेल निवासी शालाओं में भी यह योजना चलायी जानेवाली है। इसके अंतर्गत कुपोषित, टीबी, कमजोरी, सिकलसेल आदि पर लक्ष्य केंद्रित कर किया जाएगा। इसके लिए जांच व आयुर्वेदिक औषधी वितरण का अभियान चलाया जाएगा। आदिवासी कार्य मंत्रालय व आयुष मंत्रालय के संयुक्त योजना अंतर्गत देवरा, बोरगांव, अहेरी, खैरी, परसोडा व चिखलदरा में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों की जांच की जानेवाली है। करीब 2200 विद्यार्थियों की जांच कर उन्हें दवाओं का वितरण किया जाएगा। पत्रपरिषद में डॉ. यू.आर. शेखर नंबूद्री, डॉ. वनमाला वाकोडे, डॉ. सुमेध पाइकवार उपस्थित थे।
Created On :   10 Oct 2024 4:19 PM IST