Nagpur News: सेंट्रल जीएसटी के 4 कर्मचारी सस्पेंड, टैक्स चोरी के नाम पर रुपए ऐंठने का आरोप

सेंट्रल जीएसटी के 4 कर्मचारी सस्पेंड, टैक्स चोरी के नाम पर रुपए ऐंठने का आरोप
  • टैक्स चोरी के नाम पर इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी से रुपए ऐंठने का आरोप
  • सेंट्रल जीएसटी के 4 कर्मचारी सस्पेंड

Nagpur News. केंद्रीय वस्तु व सेवा कर (सेंट्रल जीएसटी) नागपुर आयुक्तालय ने एक इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी से रुपए ऐंठने के आरोप में अपने चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। चार कर्मचारियों के सस्पेंशन से विभाग में हड़कंप मच गया है। जिन चार कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें दो अधीक्षक व दो निरीक्षक शामिल है। केंद्रीय वस्तु व सेवा कर नागपुर आयुक्तालय में पदस्थ अधीक्षक विजय सुंदर, आयुष अग्रवाल और निरीक्षक पवन सुतार व पुष्पेंद्रमनी त्रिपाठी अभ्यंकर नगर के एक बड़े इल्क्ट्रानिक्स कारोबारी के आफिस गए आैर टैक्स चोरी में कार्रवाई करने की चेतावनी दी। आरोप है कि कार्रवाई नहीं करने के बदले में चारों कर्मचारियों ने रिश्वत की मांग की। बताया गया कि जीएसटी कर्मचारी जिस कारोबारी के आफिस में पहुंचे, वह बड़ा कारोबारी है। चर्चा है कि इन कर्मचारियों ने कार्रवाई नहीं करने के बदले में कारोबारी से कुछ रुपए भी लिए। जीएसटी चोरी संबंधी सेक्शन इन कर्मचारियों के पास नहीं होने के बावजूद ये कर्मचारी 2 से 3 बार कारोबारी के पास पहुंचे थे। कारोबारी को संदेह हुआ आैर उसने इन कर्मचारियों की शिकायत सेंट्रल जीएसटी के मुख्य आयुक्त के पास कर दी। इसीतरह कर्मचारियों के इस कारनामे की शिकायत जीएसटी दिल्ली में भी करने की चर्चा है। कारोबारी के बड़े राजनेताओं से भी संबंध होने की चर्चा है।

शिकायत मिलने के बाद सेंट्रल जीएसटी का इंटेलिजेंस विभाग सतर्क हुआ और चारों कर्मचारियों पर नजर रखी। चारों कर्मचारी बगैर अनुमति कारोबारी के पास जाने की पुष्टि हुई। वीडियो फूटेज में कर्मचारियों की डिमांड भी सामने आने की चर्चा है। जब जीएसटी चोरी का सेक्शन इनके पास नहीं है, तो ये बगैर अनुमति वहां कैसे पहुंचे इस पर वरिष्ठ अधिकारियों ने चारों कर्मचारियों से पूछताछ की। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर सीजीएसटी के प्रधान आयुक्त अतुल रस्तोगी ने अधीक्षक विजय सुंदर व आयुष अग्रवाल को और आयुक्त अविनोश थेटे ने निरीक्षक पवन सुतार व पुष्पेंद्रमनी त्रिपाठी को सस्पेंड कर दिया।

निरीक्षक प्रोबेशनरी है

जिन चार कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है, उनमें दो निरीक्षक है और दोनों निरीक्षक प्रोबेशनरी है। यानी एक साल पहले ही जीएसटी ज्वाइन किया था। अभी उनका प्रोबेशनरी पीरियड खत्म नहीं हुआ है। प्रोबेशनरी निरीक्षक किसी कारोबारी के यहां छापा मारने या कार्रवाई करने नहीं जा सकता। अधीक्षक के कहने पर दोनों निरीक्षक कारोबारी के संपंर्क में आने की खबर है। कार्रवाई के लिए कारोबारी के यहां जाने के पहले उपायुक्त या आयुक्त की अनुमति लेना जरूरी है। सरकार ने इंस्पेक्टर राज खत्म किया है। इसी तरह पहले नोटिस जारी करना होता है। संबंधित कारोबारी को मौका दिया जाता है और उसके बाद टैक्स चोरी की कार्रवाई की जाती है। चर्चा है कि इनका यह गाेरखधंदा कई महीने से चल रहा था।

इस बीच सीजीएसटी के मुख्य आयुक्तालय की तरफ से बताया गया कि चारों कर्मचारी वरिष्ठों की अनुमति के बगैर कारोबारी के यहां जाने की शिकायत मिलने के बाद चारों को सस्पेंड कर दिया गया है। सीसीटीवी फूटेज से इनकी अनियमितता उजागर हुई है। प्रिवेंटिव के इंटेलिजेंस ने इनकी हरकतों पर नजर रखी आैर अनियमितता की पुष्टि होने के बाद चारों को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच जारी हाेने से ज्यादा बताने से इनकार किया गया है।

Created On :   16 Jan 2025 7:32 PM IST

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