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Nagpur News: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हिरकणी कक्ष की सुविधा, पालनाघर ही सहारा
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- आड़ लेकर स्तनपान कराने मजबूर
- हिरकणी कक्ष की संकल्पना सभी के लिए
- पालनाघर में महिला कर्मचारियों का राज
Nagpur News. सार्वजनिक स्थल अथवा कार्यालयों में स्तनदा माताओं को बच्चों का स्तनपान कराने हिरकणी कक्ष स्थापन करना सरकार ने अनिवार्य किया है। सरकार के आदेश का पालन करते हुए जिला परिषद के अधीनस्थ सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में हिकरणी कक्ष स्थापन किए गए। लेकिन जिला परिषद में नहीं रहने से दीया तले अंधेरा कहावत चरितार्थ हो रही है। स्तनदा माताओं को बच्चे का स्तनपान कराने का पालनघर ही सहारा है।
हिरकणी कक्ष की संकल्पना सभी के लिए
हिरकणी कक्ष सभी स्तनदा माताओं के लिए उपलब्ध कराने की संकल्पना है। कार्यालय की सेवा में कार्यरत महिला कर्मचारी तथा कार्यालय में किसी काम से आने वाली आम नागरिक महिलाएं स्तनपान के लिए हिरकणी कक्ष का लाभ उठा सकती हंै। महानगरपालिका, जिलाधिकारी कार्यालय, विविध विभागों के कार्यालय, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि सार्वजनिक स्थलों पर स्तनपान कराने के लिए हिरकणी कक्ष स्थापन किए गए हैं। जिला परिषद में इसका अभाव है।
पालनाघर में महिला कर्मचारियों का राज
जिला परिषद में पालनाघर खोला गया है। जिप की गोल इमारत में सभागृह के बगल में पालनाघर है। जिप में कार्यरत महिला कर्मचारियों के लिए यह सुविधा की गई है। महिला कर्मचारी पालनाघर में बच्चों को छोड़कर अपने कार्यालयीन कामकाज के लिए चली जाती हैं। दोपहर के अवकाश में पालनाघर जाकर बच्चे का स्तनपान कराती हैं। सामान्य महिला जिला परिषद में किसी काम से आने पर उन्हें बच्चे को किसी के भरोसे घर में छोड़कर आना पड़ता है, या जिप में कहीं आड़ लेकर बच्चे को स्तनपान कराती हैं।
Created On :   16 Feb 2025 7:06 PM IST