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ठगी: निवेश का झांसा देकर 71.44 लाख रुपए की चपत लगाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज
- मोबाइल प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर तैयार करने की बात कहकर दिया झांसा
- निवेश करने पर 10 गुना अधिक रकम देने का दिया लालच
- पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल अस्पताल के एक कर्मचारी और उसके दो दोस्तों के साथ करीब 42 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की गई। आरोपी विशाल रवींद्र वरुलकर (32) ने मेडिकल अस्पताल के कर्मचारी राजकुमार धनराज चोपकर (41) संताजीनगर कन्हान निवासी और उसके दोस्त सचिन मोहाडीकर और स्वप्निल पाटील के साथ धोखाधड़ी की। आरोपी ने तीनों दोस्तों को मोबाइल प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर तैयार करने की बात कहकर उन्हें निवेश करने पर 10 गुना रकम वापस लौटाने का लालच दिया, जिसके चलते तीनों दोस्तों ने उक्त रकम निवेश कर दी। निवेशकों को कोई लाभ नहीं मिला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसका पीसीआर हासिल किया। इसके बाद उसकी जेल रवानगी हो गई। उसकी कंपनी के खाते की जांच शुरू की गई है।
कहा था-पैसे की जरूरत है :पुलिस सूत्रों के अनुसार,राजकुमार धनराज चोपकर ने यशोधरानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उसने पुलिस को बताया कि वह मेडिकल अस्पताल में कर्मचारी है। उन्हें यशोधरानगर क्षेत्र के धम्मदीप नगर, बहुजन आटा चक्की के पास रहने वाले आरोपी विशाल रवींद्र वरूलकर ने उन्हें और उसके दोस्तों को लालच दिया था। उसने कहा था कि वह अभी तक विविध प्रकार के कम्प्यूटर व मोबाइल प्रोग्रामिंग का साॅफ्टवेयर तैयार किया है। वह फिलहाल एम फास्टर नामक साॅफ्टवेयर तैयार कर रहा है। इसका कार्य शुरू है। मोबाइल से जुड़नेवाला यह साॅफ्टवेयर करीब 90 प्रतिशत तैयार हो चुका है। बाकी काम के लिए पैसे की जरूरत है।
झांसे में आकर भारी निवेश : राजकुमार व अन्य लोगों को निवेश करने पर 10 गुना अधिक रकम देने का लालच दिया। आरोपी के झांसे में आकर राजकुमार और उक्त लोगों ने 1 दिसंबर 2016 से 21 फरवरी 2024 के दरमियान आरोपी के व्यवसाय में साझेदार के रूप में निवेश किया। राजकुमार ने 10 लाख, उसके मित्र सचिन माेहालीकर ने 29.50 लाख रुपए और स्वप्निल पाटील ने 3 लाख रुपए सहित करीब 42 लाख 50 हजार रुपए निवेश किया। निवेशकों को कोई लाभ नहीं मिला, तो मामला थाने पहुंचा। मामला दर्ज कर यशोधरानगर के वरिष्ठ थानेदार ज्ञानेश्वर भेदोडकर के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक नरेन्द्र तायडे, हवलदार अमोल भेंडेकर, मनोज ढोले, संदीप वानखेड़े ने कार्रवाई की।
फर्नीचर कारोबारी भी जाल में : नंदनवन क्षेत्र के एक फर्नीचर कारोबारी के टेलीग्राम पर साइबर आरोपी ने ट्रेडिंग में निवेश करने पर अधिक कमाई होने का लालच देकर लिंक भेजा। उस लिंक पर क्लिक करने के बाद साइबर आरोपी ने कारोबारी हरमिंदर चानी को 28 लाख 94 हजार 297 रुपए की चपत लगा दी।
न फायदा हुआ, न रकम वापस मिली : पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिवरीनगर नंदनवन निवासी हरमिंदर जागीरसिंह चानी (45) ने नंदनवन थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि अगस्त 2023 से मार्च 2024 के दरमियान जब वे घर पर थे, तब उनके टेलीग्राम पर अज्ञात आरोपी ने लिंक भेजा और उस लिंक को क्लिक करके ट्रेडिंग में निवेश करने की सलाह दी। उसने फर्नीचर कारोबारी चानी को बताया कि ट्रेडिंग में निवेश करने पर अधिक कमाई हो सकती है। आरोपी ने उनका विश्वास भी हासिल कर लिया। आरोपी के झांसे में आकर उन्होंने उस आरोपी को आॅनलाइन करीब 28 लाख 94 हजार 297 रुपए भेजा। आरोपी ने चानी को कोई फायदा नहीं दिलाया और न ही उनकी रकम वापस लौटाई, तब चानी को समझ में आ गया कि वह उनके साथ आॅनलाइन आर्थिक धोखाधड़ी हुई है। इस मामले में हरमिंदर चानी ने नंदनवन थाने में शिकायत की। पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ धारा 420 व सहधारा 66(ड) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस जांच कर रही है।
Created On :   27 March 2024 5:54 AM GMT