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मनमानी: मनपा का क्रीड़ा संकुल : कम का ठेका लेकर दोगुनी कीमत वसूल रहे हैं ठेकेदार
- टेंडर की शर्तों के उल्लंघन करने का आरोप
- डबल पैसा वसूलने का मामला सामने आया
- मनपा की लूट से पालक और नागरिकों में रोष
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा के क्रीड़ा संकुल में जाने वाले लोगों को टेंडर में दी गई शर्तों से डबल पैसा वसूलने का मामला सामने आया है। उक्त क्रीड़ा संकुल का ठेकेदार ने यह कहकर टेंडर लिया था कि, वह दूसरों से कम शुल्क लेकर सेवा देगा, लेकिन टेंडर मिलते ही उसने लोगों से हर सुविधा का डबल वसूलना शुरू कर दिया। ठेकेदार के प्रभाव में अधिकारियों ने भी इसे वसूली की खुली छूट दे रखी है।
पहले स्वीमिंग के 400 रुपए, महिला और कोच के 200 रुपए लिए जाते थे, जिसके अब 2000 रुपए वसूले जा रहे हैं। स्वीमिंग ही नहीं, बैडमिंटन और स्केटिंग के नाम पर भी अतिरिक्त शुल्क वसूलने के मामले सामने आ रहे हैं। टेंडर के साथ जोड़े गए प्रोजेक्ट संकल्प में स्पष्ट उल्लेख है कि, 800 रुपए स्वीमिंग, 1000 रुपए बैडमिंटन का शुल्क लिया जाएगा, जबकि बैडमिंटन का भी 2000 रुपए शुल्क वसूला जा रहा है। मनपा की इस लूट से पालक और नागरिकों में रोष है, लेकिन मनपा अधिकारियों की लूट में मिली छूट से ठेकेदार एजेंसी के हौसले और बुलंद हो रहे हैं और अनाप-शनाप शुल्क वसूली का खामियाजा बच्चों और पालकों को भुगतना पड़ रहा है। टेंडर में फिक्स रेट है, कहीं भी सिखाने के लिए अतिरिक्त रकम लेने की बात नहीं लिखी है, मगर अधिकारियों ने अतिरिक्त रकम लेने की छूट अपने स्तर पर दे रखी है।
खेल को बढ़ावा देना था, लेकिन ठगी का खेल शुरू कर दिया : शहर में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने और बच्चों को इस ओर आकर्षित करने के लिए मनपा ने आग्याराम देवी चौक स्थित राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज क्रीड़ा संकुल शुरू किया। संकुल संचालन के लिए वर्ष 2022 में इसके लिए नये सिरे से टेंडर निकाले थे। तीन एजेंसियों ने इसके लिए आवेदन किया था। एजेंसियों के लिए शर्त थी कि, उसे राष्ट्रीय स्तर पर मल्टीपल स्पोर्ट्स एक्टिविटी का अनुभव हो। 3 साल के लिए 22 लाख का यह टेंडर था, किंतु अपनी ही शर्तों को दरकिनार कर मनपा ने सिर्फ स्वीमिंग अनुभव के आधार पर टेक्निकल आईएनसी नामक एजेंसी को क्रीड़ा संकुल सौंप दिया। एजेंसी को काम देते समय मनपा ने अपने पैरों पर भी कुल्हाड़ी मारी। 3 साल के लिए 22 लाख रुपए का टेंडर था, लेकिन मनपा ने बिलो यानी 12 लाख रुपए में यह टेंडर दे दिया, जिसमें मनपा को करीब 10 लाख रुपए का नुकसान पहले ही हो गया। ऐसा नहीं है कि, 22 लाख या उससे ज्यादा में इसे कोई लेने तैयार नहीं था। अन्य एजेंसियों ने भी इसके लिए अपने रेट भी दिए थे। इनके पास मल्टीपल स्पोर्ट्स एक्टिविटी का अनुभव भी था, लेकिन इन्हें दरकिनार कर एक विशेष एजेंसी को टेंडर सौंप दिया गया।
स्थानीय नेता के दबाव में लिया निर्णय : एजेंसी को टेंडर देने के पीछे एक स्थानीय नेता का दबाव भी माना जा रहा है। फिलहाल टेक्निकल आईएनसी एजेंसी इसका संचालन कर रही है। रोजाना सुबह-शाम करीब 10 बैचेस चलती हैं। बच्चों से लेकर युवा तक करीब 600 लोग यहां आते हैं। टेंडर में किए गए शुल्क अनुसार प्रत्येक लाभार्थी से 800 रुपए शुल्क लेना है, लेकिन 800 रुपए के अलावा 1200 रुपए अतिरिक्त लिए जा रहे हैं। कोच के नाम पर यह अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। बैडमिंटन और स्केटिंग सिखाने के नाम पर भी यह लूट हो रही है। टेंडर में ऐसा कोई उल्लेख नहीं है कि, सिखाने का शुल्क अलग से लिया जाए। फिर भी अतिरिक्त शुल्क के नाम पर लोगों की लूट जारी है।
टेंडर में अतिरिक्त रकम लेने का उल्लेख नहीं : टेंडर की शर्तो में कहीं भी सिखाने का अतिरिक्त पैसे लेने का उल्लेख नहीं है, मगर मनपा की मिलीभगत से सिखाने का शुल्क संचालक अपनी मर्जी से ले रहे हैं। वह राशि भी फिक्स नहीं है।
कांट्रेक्ट लेकर ऐसी एजेंसी को दिया जो हादसे के लिए जानी जाती है : क्रीड़ा संकुल के संचालन का जिम्मा टेक्निकल आईएनसी के अंकुश डहाके को दिया गया है। आरोप है कि, इसे डहाके ने तीसरा व्यक्ति साईं एक्वटेक कंसल्टेंसी साहिल वानखेड़े को दे दिया गया। जिस व्यक्ति का टेंडर रद्द हो गया था, उसे टेक्निकल आईएनसी ने काम की जिम्मेदारी सौंपी है। यह संस्था पूर्व में अपने मिस मैनेजमेंट के लिए जानी जाती है। साहिल वानखेड़े की कंपनी को कलमेश्वर नगर परिषद के स्वीमिंग पुल का टेंडर दिया गया था। उनकी अव्यवस्था के कारण पुल में डूबने से युवा डॉक्टर राकेश दुधे की मौत हो गई थी। जिस पर बड़ा हंगामा होने के बाद उनका टेंडर भी निरस्त कर दिया गया।
Created On :   16 April 2024 11:26 AM IST