जब संसद में हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे श्रीकांत शिंदे

जब संसद में हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे श्रीकांत शिंदे
  • संसद में हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे श्रीकांत शिंदे
  • बोले - कभी महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने पर थी रोक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मंगलवार को लोकसभा में बहस की शुरूआत हुई। इस दौरान देश की सबसे बड़ी पंचायत में महाराष्ट्र में चल रही सियासी जंग का नजारा भी देखने को मिला। अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए शिवसेना सांसद और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने एक तरफ जहां मोदी सरकार की योजनाआें को गिनाया तो दूसरी ओर शिवसेना (यूबीटी) पर जोरदार हमला बोला।

शिवसेना सांसद ने कहा कि कैसे एक समय महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढ़ने पर भी रोक थी। इस पर जब विपक्ष की एक महिला सांसद ने कहा कि क्या आपको हनुमान चालीसा याद है? तब श्रीकांत शिंदे ने बिना कोई देरी किए हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हम बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर चलने वाले लोग हैं, हिंदुत्व पर चलने वाले लोग हैं। इसके पहले उन्होंने ए, बी, सी, डी सुनाते हुए मोदी सरकार की योजनाओं का बखान किया। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने हनुमान चालीसा पढ़ने वालों को जेल में भेज दिया और उन पर देशद्रोह का आरोप लगा दिया। उनका इशारा उद्धव सरकार द्वारा निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को जेल भेजने की ओर था। शिवसेना सांसद ने उद्धव गुट पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आप 2019 में किसकी तस्वीरें लगाकर चुनाव जीते थे। फिर आपने उन्हें धोखा दिया और बालासाहेब ठाकरे के विचारों से समझौता कर कांग्रेस की गोद में बैठ गए।

2024 में एनडीए सांसदों की संख्या होगी 400 पार

श्रीकांत शिंदे ने दावा किया कि 2024 के आम चुनाव में एनडीए के सांसदों की संख्या बढ़कर 400 के पार जाएगी। विपक्ष के ‘इंडिया’ गठबंधन पर चुटकी लेते हुए उन्हाेंने कहा कि यूपीए के कारनामों से जनता परेशान हो चुकी थी। इसलिए इन लोगांे ने अपना नाम ही बदल लिया। नाम बदलने का मकसद यह है कि यूपीए के नाम से पुरानी यादें लोगों के जेहन से मिट जाएं। लेकिन एेसा होने वाला नहीं है।

अरविंद सावंत ने किया पलटवार

लोकसभा में श्रीकांत शिंदे का जवाब शिवसेना (यूबीटी) के सांसद अरविंद सावंत की ओर से आया। सावंत ने पलटवार करते हुए कहा, “मैं भाषण सुन रहा हूं कि 1953 में क्या हुआ, 1956 में क्या हुआ, ऐसा कहने वाले तब पैदा भी नहीं हुए। पूरे विषय को लेकर गंभीरता को कम करने का प्रयास हो रहा है”। उन्होंने श्रीकांत शिंदे का नाम लिए बिना कहा कि ये हमकोे हिंदुत्व सिखा रहे हैं, हम पैदाइशी हैं। हिंदुत्व भगोड़े नहीं होते। जो भगोड़े हैं, वे क्या बोलेंगे? बालासाहेब ठाकरे कहते थे कि हिंदू वह नहीं होता जो मंदिर की घंटी बजाता है, हिंदू वह होता है जो आतंकवादियों को मार गिराने की बात करे।

यह टाइगर नहीं, बिल्ली की आवाज है : राणे

अरविंद सावंत पर केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे भी गरजे। उन्होंने पूछा कि ये शिवसेना में कब आया? मैं 1967 से शिवसैनिक था। सावंत को बैठने का इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि अभी जो आवाज है वह टाइगर की नहीं, बिल्ली की है। राणे ने यह भी कहा कि भाजपा पर ऊंगली उठाई तो तुम्हारी औकात दिखाऊंगा। इस बीच पीठ ने कहा कि संसद सदस्य व्यक्तिगत टिप्पणी करने से बचें।

नवनीत राणा ने भी विपक्ष को घेरा

निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने भी इस दौरान अपनी बात रखी। उन्होंने विपक्ष पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष के नेता राजस्थान में महिलाओं के उत्पीड़न पर चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि जब महाराष्ट्र में एसटी महामंडल की महिलाओं को लॉक अप में बंद किया गया था, तब इन नेताओं की आवाज क्यों नहीं निकली थी?

केन्द्र ने 9 साल में 9 सरकारें गिराई : सुले

राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह महिलाओं की सुरक्षा में फेल रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न चाहे राजस्थान में हो या फिर महाराष्ट्र में, वह देश की बेटी है। उन्होंने मोदी सरकार को यह कहकर घेरा कि उसने पिछले 9 साल में 9 सरकारें गिराई है।

Created On :   8 Aug 2023 8:36 PM IST

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