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मराठा आरक्षण: मनोज जरांगे-पाटील के आंदोलन के पीछे शरद पवार का हाथ, वानखेडे का आरोप
- आंदोलन के पीछे शरद पवार का हाथ
- मनोज जरांगे-पाटील के आंदोलन को लेकर बयान
- अब दूसरी सहयोगी संगीता वानखेडे ने लगाए गंभीर आरोप
- जरांगे-पाटील ने कहा मुझ पर आरोप के लिए बारस्कर ने लिए रुपए
डिजिटल डेस्क, मुंबई। मराठा आरक्षण के लिए पिछले कई महीनों से आंदोलन कर रहे मनोज जरांगे-पाटील पर उनके सहयोगियों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जरांगे-पाटील के करीबी अजय महाराज बारस्कर के विरोध के बाद अब मराठा आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली संगीता वानखेडे ने भी जरांगे-पाटील पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वानखेडे ने गुरुवार को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जरांगे-पाटील के आंदोलन के पीछे राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार हैं। हालांकि जरांगे ने बारस्कर और वानखेडे के आरोपों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि मुझ पर आरोप लगाने के लिए बारस्कर ने 40 लाख रुपए लिए हैं।
मनोज जरांगे-पाटील के आंदोलन के पीछे शरद पवार का हाथ
अजय महाराज बारस्कर ने बुधवार को जरांगे-पाटील पर गंभीर आरोप लगाकर उन्हें कटघरे में खड़ा किया था। इसके बाद संगीता वानखेडे के आरोपों ने उन्हें और घेर लिया है। संगीता ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके आंदोलन के पीछे शरद पवार खड़े हुए हैं। संगीता ने कहा कि मैं पहले मनोज जरांगे-पाटील को एक भोला-भाला व्यक्ति और देसी स्वभाव का मानती थी। यहां तक कि मैंने उनका समर्थन करने के लिए राज्य सरकार में मंत्री और ओबीसी नेता छगन भुजबल को भी ट्रोल किया था। लेकिन मुझे बाद में सच्चाई का एहसास हुआ है कि मैंने गलत आदमी पर भरोसा किया था। संगीता ने कहा कि जरांगे को शरद पवार के कई बार फोन भी आए। जैसा पवार कहते हैं जरांगे-पाटील वैसा ही करते हैं। हालांकि अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए जरांगे ने कहा कि उन्हें और मराठा समाज को बदनाम करने का एक प्रयास चल रहा है।
3 मार्च को शादी सुबह के बजाय शाम को करें: जरांगे
जरांगे-पाटील ने गुरुवार को एक बार फिर दम भरते हुए कहा कि 24 फरवरी को सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन होने जा रहा है। जिसमें हर गांव में रास्ता रोको आंदोलन किया जाएगा। इसके बाद 29 फरवरी से मराठा समाज के बुजुर्ग भी अनशन पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता समेत राज्य के करीब 25 से 30 लाख बुजुर्ग अनशन पर बैठेंगे। इसके बाद 3 मार्च को प्रदेश में सबसे बड़ा सड़क रोको आंदोलन होगा। जरांगे ने राज्य के लोगों को सलाह दी है कि 3 मार्च को राज्य में काफी बड़े पैमाने पर शादियों का मुहूर्त है, इसलिए वह शादी का आयोजन सुबह के बजाय शाम को करें।
Created On :   22 Feb 2024 9:58 PM IST