- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- अब राज्य में मुस्लिम आरक्षण को लेकर...
आजमी का ऐलान: अब राज्य में मुस्लिम आरक्षण को लेकर मांग उठी, विधानसभा में उठेगा मुद्दा
- सपा विधायक अबू आजमी आरक्षण का मुद्दा विधानसभा में उठाएंगे
- आरक्षण में 50 प्रतिशत की सीमा में छूट मिले तभी संभव
डिजिटल डेस्क, मुंबई. राज्य में मराठा और ओबीसी आरक्षण के बीच अब मुस्लिम आरक्षण की मांग भी तेजी से बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आजमी ने ऐलान किया है कि वह विधानसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाएंगे। आजमी ने कहा कि वह मुस्लिम आरक्षण की मांग को लेकर सवाल उठाते रहे हैं लेकिन राज्य सरकार आरक्षण पर कोई फैसला नहीं ले रही है। कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री असलम शेख ने भी मुस्लिम आरक्षण को लेकर सपा की मांग का समर्थन किया है।
मराठा आरक्षण को लेकर मनोज जरांगे पाटील पिछले कुछ महीनों से राज्य सरकार पर हमलावर हैं। वहीं राज्य सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने ओबीसी आरक्षण को लेकर बिगुल फूंका हुआ है। ऐसे में मुस्लिम आरक्षण की मांग से राज्य सरकार के लिए परेशानियां पैदा हो सकती हैं। सपा विधायक अबू आसिम आजमी ने कहा है कि अगर मुसलमानों को दूसरे समाजों की तरह आरक्षण मिल जाता है तो उन्हें सामाजिक और आर्थिक असमानताओं से दो चार नहीं होना पड़ेगा। मुस्लिम आरक्षण लागू होने से मुस्लिम समाज को उचित प्रतिनिधित्व मिल सकेगा। इसके अलावा वह राजनीतिक रूप से भी सशक्त हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में मुस्लिम समुदाय को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। जिसका असर मुस्लिम समाज पर भी देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री असलम शेख का कहना है कि राज्य में जब कांग्रेस की सरकार थी तो मुसलमानों को 5 प्रतिशत आरक्षण दिया था। उस समय भाजपा ने धार्मिक आधार पर मुस्लिम आरक्षण का विरोध किया था। हालांकि यह आरक्षण अदालत में टिक नहीं पाया था। असलम ने कहा कि पिछले काफी समय से कई समाज आरक्षण के लिए मांग कर रहे हैं लेकिन यह सब अच्छी तरह से जानते हैं कि जब तब तक आरक्षण में 50 प्रतिशत की शर्त में छूट नहीं दी जाती है तब तक इसका लाभ किसी भी समुदाय को नहीं होगा।
Created On :   3 Dec 2023 8:41 PM IST