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New Delhi News: संजय राऊत की कांग्रेस को नसीहत, गठबंधन में निभाए बड़े भाई की भूमिका
![संजय राऊत की कांग्रेस को नसीहत, गठबंधन में निभाए बड़े भाई की भूमिका संजय राऊत की कांग्रेस को नसीहत, गठबंधन में निभाए बड़े भाई की भूमिका](https://www.bhaskarhindi.com/h-upload/2025/02/10/1402237-1.webp)
- संजय राऊत ने कांग्रेस और आप को दी नसीहत
- कहा- गठबंधन में बड़े भाई की भूमिका निभाए कांग्रेस
- महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित विधायकों को संबोधित कर रहे थे लोकसभा अध्यक्ष, दी सियासी राय
New Delhi News. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर विपक्षी दलों की एकजुटता को सवालों के घेरे में ला दिया है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बाद शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राउत ने भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस और आप को मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए था। उन्होंने कांग्रेस को गठबंधन का बड़ा दल बताते हुए कहा कि कांग्रेस सभी दलों को साथ लेकर चले। राऊत ने यहां कहा कि हम सभी इंडिया गठबंधन के भागीदार हैं। कांग्रेस हमारी सीनियर पार्टनर है और राहुल गांधी हमारे नेता हैं। वरिष्ठ साथी की जिम्मेदारी है कि वह सभी को साथ लेकर चले। आप की भी जिम्मेदारी थी। गठबंधन पर चर्चा होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति में कोई अहंकार नहीं होना चाहिए। शिवसेना सांसद ने कहा कि हमने भाजपा के साथ 25 साल तक गठबंधन में काम किया है। हमें मालूम है कि किस तरह से काम करना है? कांग्रेस को संयम से बड़े भाई की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेेता बनाने संबंधी सवाल पर शिवसेना उद्धव सांसद ने कहा कि अभी तक हम बैठे नहीं हैं। जब हम साथ बैठेंगे, तब जिसको जो भी चर्चा करनी होगी, उस पर चर्चा होगी। बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली के परिणाम आने के बाद एक्स पर लिखा था, “खूब लड़ो आपस में, समाप्त कर दो एक-दूसरे को”।
पूरी तैयारी और तथ्यों के साथ सदन में बहस के लिए आएं विधायक : बिरला
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद और विधानमंडलों की कार्यवाही में सदस्यों की कम हो रही भागीदारी व राजनीतिक गतिरोध पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने विधानमंडलों की बैठकों की संख्या में कमी और उत्पादकता में गिरावट पर भी चिंता व्यक्त की। संसद भवन परिसर में महाराष्ट्र विधानमंडल के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बिरला ने विधायकों से आग्रह किया कि वे सत्र के दौरान सदन में अधिक समय बिताएं और विभिन्न पक्षों की राय सुनें, जिससे लोगों के मुद्दों को समझने और उनसे निपटने में उनका नजरिया व्यापक होगा। संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्था (प्राइड) द्वारा आयोजित इस प्रबोधन कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ने विधायकों से आग्रह किया कि वे सदन की कार्यवाही में व्यवधान न डालकर प्रश्नकाल जैसे प्रभावी विधायी साधनों का उपयोग करते हुए जनता के मुद्दे उठाएं। विधायकों से यह भी कहा कि वे पूरी तैयारी और तथ्यों के साथ सदन में बहस के लिए आएं। उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ विधायक वही होता है, जो सदन की कार्यवाही में पूर्ण सहभाग करता है और समय समय पर संसदीय कार्यों को समझकर अच्छे शोध के साथ तर्कपूर्ण चर्चा करता है।
अपने कार्यों को समाज के सामने आदर्श रूप में प्रस्तुत करें विधायक : नार्वेकर
इस अवसर पर महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने कहा कि सभी विधायकों को संविधान के प्रावधानों का पालन करते हुए अपने कार्यों को समाज के सामने आदर्श रूप में प्रस्तुत करना चाहिए, ताकि संसदीय लोकतंत्र में लोगांे का विश्वास सबढ़ सकें। उन्होंने संसदीय कार्यों मं नियोजित गतिरोध के नकारात्मक प्रभाव को भी उजागर किया और बेहतर प्रैक्टिस अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। महाराष्ट्र विधान परिषद के सभापति श्रीराम शिंदे ने भी विधायकों को संबोधित किया।
Created On :   10 Feb 2025 9:03 PM IST