- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- स्ट्रेचर लाओ, मैं सैफ अली खान हूं,...
Mumbai News: स्ट्रेचर लाओ, मैं सैफ अली खान हूं, 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
- अभिनेता को अस्पताल ले जाने वाले ऑटोरिक्शा चालक ने बताई उस रात की कहानी
- सैफ बोले - स्ट्रेचर लाओ, मैं सैफ अली खान हूं
Mumbai News. गुरुवार को तड़के जब बांद्रा पश्चिम के सतगुरु शरण इमारत के गेट पर सफेद कुर्ते में खून से लथपथ एक शख्स ऑटोरिक्शा चालक भजन सिंह राणा के आटो में बैठा तो उन्हें पता नहीं था यह शख्स कौन है। अभिनेता सैफ अली खान को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटोरिक्शा चालक ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही। ऑटो रिक्शा चालक राणा ने कहा कि उन्हें पता नहीं था कि गुरुवार तड़के खून में लथपथ कुर्ते में बैठे जिस व्यक्ति को वह लीलावती अस्पताल ले जा रहे हैं वह बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान हैं। ऑटो चालक ने कहा, जब हम अस्पताल के गेट पर पहुंचे तो उन्होंने (सैफ) गार्ड को ‘स्ट्रेचर’ लाने के लिए कहा और बताया कि वह सैफ अली खान हैं।'राणा ने कहा कि सतगुरु शरण बिल्डिंग से गुजर रहे थे तो एक महिला और कुछ अन्य लोगों ने उनसे ऑटो रिक्शा रोकने के लिए कहा। सैफ सतगुरु शरण बिल्डिंग में रहते हैं। उन्होंने कहा कि फिर खून में लथपथ सफेद कुर्ते में एक व्यक्ति ऑटो में बैठा। मैंने देखा कि उनकी गर्दन और पीठ पर घाव थे, लेकिन हाथ पर लगे घाव पर ध्यान नहीं गया। आटो चालक राणा से पूछा गया कि क्या खान के बेटे तैमूर उनके साथ अस्पताल गए थे तो उन्होंने कहा, सैफ ऑटो रिक्शा में बैठे। उनके साथ सात-आठ साल का एक लड़का भी रिक्शा में बैठा। ऑटो रिक्शा चालक ने कहा कि पहले बांद्रा में होली फैमिली अस्पताल जाने की योजना थी, लेकिन फिर सैफ ने बांद्रा में ही स्थित लीलावती अस्पताल ले जाने के लिए कहा। राणा ने कहा, जब हम अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने (सैफ) गेट पर खड़े गार्ड को बुलाया और कहा, कृपया स्ट्रेचर लेकर आओ। मैं सैफ अली खान हूं।' ऑटो रिक्शा चालक ने कहा कि सात-आठ मिनट में अभिनेता को अस्पताल छोड़ने के बाद उन्होंने उनसे किराया नहीं लिया। राणा ने कहा कि अभिनेता ऑटो में लड़के से बात कर रहे थे और ऑटो में एक युवक भी था। राणा संभवत: सैफ अली खान और उनकी पहली पत्नी अमृता सिंह के 23 वर्षीय बेटे इब्राहिम अली खान के बारे में बात कर रहे थे।
सैफ हमला मामला: 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
सैफ अली खान पर हुए जानलेवा हमले के मामले में दो दिन (48 घंटा) से ज्यादा समय बीतने के बाद भी मुंबई पुलिस आरोपी तक पहुंचने में नाकामयाब रही है। इस हाई प्रोफाइल मामले में मुंबई क्राइम ब्रांच और बांद्रा पुलिस की 35 टीमें खोजबीन में लगी हुई हैं। लेकिन अब तक उनके हाथ खाली हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आरोपी की गिरफ्तारी न हो पाने की सबसे बड़ी वजह मुंबई क्राइम ब्रांच और बांद्रा पुलिस ने बीच चल रहा जबरदस्त कोल्ड वार है। आमतौर पर क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस के बीच वर्चस्व के लिए थोड़ा विवाद रहता है। लेकिन इस मामले में यह एक अलग स्तर तक पहुंच गया है। ऐसा माना जा रहा है कि इसी कारण बांद्रा पुलिस ने सैफ पर हमले के पांच घंटे बाद क्राइम ब्रांच को जानकारी दी थी। सूत्रों की मानें तो बांद्रा पुलिस और क्राइम ब्रांच दोनों के बीच तालमेल न बन पाने के चलते आरोपी के मुंबई से बाहर फरार होने की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी की आखिरी लोकेशन बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास की मिली थी। 16 जनवरी की रात 2 बजे सैफ पर हमला करने के बाद आरोपी सुबह 8 बजे तक बांद्रा स्टेशन के बाहर घूम रहा था। मौजूदा समय में बांद्रा पुलिस स्टेशन परिसर में एक तरफ यूनिट-9 में क्राइम ब्रांच के आला अधिकारी डेरा जमाए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर जोन-9 डीसीपी के दफ्तर में पुलिस के आला अधिकारी जमे हुए हैं। ऐसा आरोप है कि जांच के दौरान मिले सीसीटीवी फुटेज और सीडीआर समेत अन्य इनपुट्स बांद्रा पुलिस के पास हैं। जिसे वह क्राइम ब्रांच को देना नहीं चाहती है। इसके चलते क्राइम ब्रांच के अफसर काम नहीं कर पा रहे हैं
पूछताछ के बाद छोड़ा
इस मामले में सीसीटीवी फुटेज की तस्वीरों के आधार पर आरोपी से मिलते-जुलते एक शख्स को बांद्रा पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में लिया था। लेकिन लंबी पूछताछ के बाद उसे छोड़ना पड़ा। इसके आलावा पुलिस ने सैफ की छत पर काम करने वाले दो और लोगों से पूछताछ की, लेकिन उसमें भी कुछ हाथ नहीं लगा।
नहीं लगा है सीसीटीवी कैमरा
जांच में सामने आया है कि सैफ पर हमले को अंजाम देने के बाद आरोपी जिस रास्ते से फरार हुआ, उस पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं हैं। इतना ही नहीं, सैफ के घर के पास के रास्तों पर भी सीसीटीवी नहीं हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी को इमारत की पूरी जानकारी थी। संदिग्ध ने उतरने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया। जहां वो एक फ्लैट के बाहर लगे कैमरे में कैद हो गया। इस मामले में एक नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जिसमें आरोपी ने मुंह ढंक रखा है।
नहीं पता था वह सैफ अली खान हैं
जिस ऑटोरिक्शा चालक ने सैफ को अस्पताल पहुंचाया गया था, वह शुक्रवार को मीडिया के सामने आया। ड्राइवर भजनलाल सिंह राणा ने बताया कि अस्पताल जाने के दौरान सैफ ने उससे पूछा था और कितना समय लगेगा। राणा ने बताया कि मैं ऑटो लेकर इमारत के पास से गुजर रहा था, तभी गेट से एक महिला की आवाज सुनाई दी। वह मदद के लिए चिल्ला रही थी। राणा के मुताबिक, मुझे नहीं पता था कि वह सैफ अली खान हैं।
सैफ की सेहत में सुधार, विशेष वार्ड में स्थानांतरित
लीलावती अस्पताल में भर्ती सैफ अली खान की हालत में सुधार हो रहा है। सेहत में सुधार को देखते हुए उन्हें शुक्रवार को आईसीयू सेविशेष (स्पेशल) वार्ड में स्थानांतरित किया गया। अस्पताल के न्यूरो सर्जन डॉ. नितिन डांगे और सीओओ डॉ. नीरज उत्तमानी ने बताया कि यदि चाकू स्पाइनल कॉड के और दो मिलीमीटर अंदर तक गया होता तो खतरा बढ़ जाता। इससे पैरालिसिस का भी खतरा था, जिससे सैफ चलने-फिरने की क्षमता खो सकते थे।
Created On :   17 Jan 2025 9:16 PM IST