Mumbai News: शिंदे का झटका - उद्धव के डैमेज कंट्रोल का कोई असर नहीं, जारी है पार्टी छोड़ने का सिलसिला

शिंदे का झटका - उद्धव के डैमेज कंट्रोल का कोई असर नहीं, जारी है पार्टी छोड़ने का सिलसिला
  • हमारा ऑपरेशन टाइगर सही दिशा में चल रहा है- शिरसाट
  • चंद्रपुर जिले में कांग्रेस और उद्धव गुट को शिंदे का झटका

Mumbai News. महाराष्ट्र की राजनीति में शिवसेना (शिंदे) के 'ऑपरेशन टाइगर' से शिवसेना (उद्धव) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। पिछले एक सप्ताह में पार्टी के कोकण के कई बड़े नेता शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे अपने नेताओं को रोकने में असफल हैं। अब उद्धव गुट को मुंबई में भी झटका लगना शुरू हो गया है। मुंबई के विले पार्ले के उपविभाग प्रमुख जितेंद्र जनावले ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। खबर है जनावले बहुत जल्द शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं। कोकण में उद्धव गुट के एकमात्र विधायक भास्कर जाधव भी पार्टी से नाराज हैं। शनिवार को उद्धव ठाकरे द्वारा बुलाई गई बैठक में भी जाधव शामिल नहीं हुए। अब ठाकरे पार्टी के नाराज नेताओं से खुद बात कर उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं शिंदे गुट नेता संजय शिरसाट ने कहा है कि हमारा ऑपरेशन टाइगर सही दिशा में चल रहा है। जितेंद्र जनावले ने उद्धव ठाकरे के नाम एक पत्र लिखकर पार्टी छोड़ने के लिए अफसोस जताया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि मैं पार्टी छोड़ने के लिए सबसे पहले माफी मांगता हूं। पिछले विधानसभा चुनाव में मेरी ही पार्टी के कई नेताओं ने मुझे पूरी ताकत के साथ काम करने नहीं दिया। जिसके चलते हमें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। कुछ ऐसे ही आरोप तीन दिन पहले कोकण में पार्टी के इकलौते विधायक भास्कर जाधव ने भी लगाए। शनिवार को जाधव ने रत्नागिरी में स्थानीय पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि पार्टी ने मेरी क्षमता के आधार पर मुझे कभी काम करने नहीं दिया। जिसका मुझे बहुत दुख है। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी पार्टी के नेताओं से कई बार इस संबंध में बात भी की, लेकिन मेरी कभी नहीं सुनी गई। जाधव ने कहा कि पार्टी में मेरे खिलाफ कई लोग काम कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कभी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जाधव के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी कि कोकण के पूर्व विधायक राजन सालवी के शिंदे गुट में शामिल होने के बाद अब बहुत जल्द भास्कर जाधव भी उद्धव का साथ छोड़ सकते हैं। जाधव के शिंदे गुट में शामिल होने की अफवाहों को उस समय और बल मिल गया था, जब राज्य सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता उदय सामंत ने कहा था कि अभी कुछ दिनों पहले पूर्व विधायक शिंदे गुट में शामिल हुए हैं, अब बहुत जल्द मौजूदा विधायक भी शामिल होंगे। दरअसल सामंत का इशारा भास्कर जाधव की ओर ही था।

उधर भास्कर जाधव की नाराजगी की खबरों के बीच शिवसेना (उद्धव) सांसद संजय राऊत ने कहा कि शनिवार को मातोश्री पर उद्धव ठाकरे ने जो बैठक बुलाई थी उसमें भास्कर जाधव निजी कारणों की वजह से शामिल नहीं हुए थे। राऊत ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने जाधव से फोन पर बात की है और उनके द्वारा उठाई गई बातों पर गौर किया जा रहा है। उद्धव गुट में मौजूदा विधायकों में जाधव एकमात्र ऐसे तेज तर्रार नेता हैं जो अपने बेबाक और आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। अगर जाधव उद्धव गुट का साथ छोड़कर शिंदे गुट में शामिल होते हैं तो ठाकरे के लिए यह बहुत बड़ा झटका होगा।

हमारा ऑपरेशन टाइगर सही दिशा में- शिरसाट

राज्य सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट का कहना है कि अगले कुछ दिनों में शिवसेना (उद्धव) पूरी तरह से खाली हो जाएगी। शिरसाट ने कहा कि हमारा ऑपरेशन टाइगर सही दिशा में चल रहा है। विपक्षी दलों के नेता निराश हो गए हैं क्योंकि दिशाहीन विपक्ष के पास कुछ बचा ही नहीं है। अगले कुछ दिनों में बड़ी हलचल देखने को मिलेगी।

जारी है नेताओं द्वारा पार्टी छोड़ने का सिलसिला

विधानसभा चुनाव के बाद से ही उद्धव गुट के नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। पिछले कुछ दिनों में ही कोकण, पुणे, संभाजीनगर और मुंबई में पार्टी के कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। जिनमें पूर्व विधायक राजन साल्वी ने कुछ दिन पहले ही शिंदे गुट का दामन थाम लिया है। शिवसेना (शिंदे) के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने पिछले सप्ताह कोकण में एक कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बनते तो शिवसेना में कभी भी फूट नहीं पड़ती। अगर मेरा और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का मुंह खुल गया तो फिर ठाकरे को देश छोड़कर जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि बालासाहेब ठाकरे ने अपने कार्यों के जरिए जो कमाया उसे उद्धव ठाकरे ने गंवा दिया है।

चंद्रपुर जिले में कांग्रेस और उद्धव गुट को शिंदे का झटका

विदर्भ के चंद्रपुर जिले के गोड पिंपरी नगर पंचायत के उद्धव गुट और कांग्रेस के आठ नगरसेवक मंगलवार को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिंदे गुट में शामिल हो गए। इससे उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है। खबर है कि गोड पिंपरी नगर पंचायत में कुल 17 नगरसेवक थे जिसमें 8 नगरसेवक शिंदे गुट में शामिल हुए। उद्धव गुट के जो नेता शिंदे गुट में शामिल हुए उनमें चंद्रपुर जिला प्रमुख बंडू हजारे, उपजिला प्रमुख नितिन पतरुजी धानोरकर, सारिका माडवी और नगरसेवक यादव बोबडे प्रमुख हैं। इसके आलावा कांग्रेस के नगरसेवक सुनील संकुलवार, वनिता वाघड़े, नगरसेविका वनिता देवगड़े, रंजना रामगिरकर, सचिन चितावर शामिल हैं।



Created On :   17 Feb 2025 9:42 PM IST

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