Mumbai News: शीत सत्र में विपक्ष के सामने अस्तित्व दिखाने की चुनौती, कांग्रेस तय नहीं कर पाई विधायक दल नेता

शीत सत्र में विपक्ष के सामने अस्तित्व दिखाने की चुनौती, कांग्रेस तय नहीं कर पाई विधायक दल नेता
  • विधानसभा में कांग्रेस तय नहीं कर पाई विधायक दल नेता
  • शीत सत्र में विपक्ष के सामने अस्तित्व दिखाने की चुनौती
  • कांग्रेस का ढुलमुल रवैया बरकरार

Mumbai News : महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन उपराजधानी नागपुर में 16 दिसंबर से शुरू होगा। जबकि सत्रावसान 21 दिसंबर को होगा। प्रदेश की नई महायुति सरकार का बहुमत परीक्षण के बाद यह पहला सत्र होगा। लेकिन इस अधिवेशन में सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष की ओर सभी की नजरें लगी हुई हैं। क्योंकि विधानसभा में महायुति के तीनों दलों के पास छोटे दलों और निर्दलीयों को मिलाकर 237 विधायकों का समर्थन है। जबकि विपक्ष के गठबंधन महाविकास आघाड़ी के तीन पार्टियों को मिलाकर महज 46 विधायक हैं। इससे सदन में विपक्ष के सामने अपने अस्तित्व दिखाने की चुनौती होगी। क्योंकि महाराष्ट्र के इतिहास में हाल के वर्षों में यह पहला मौका होगा, जब विपक्ष सदन में संख्याबल के लिहाज से इतना कमोजर है। इस बीच विधानमंडल के दोनों सदनों में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष रविवार को नागपुर में बैठक करेगा। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के सरकारी आवास पर यह होगी। दानवे ने कहा कि राज्य में बढ़ते महिला अत्याचार, परभणी में हुई हिंसा, बीड़ में सरपंच का अपहरण करके हत्या करने समेत कई मामलों को उठाया जाएगा। दानवे ने कहा कि शीत सत्र नागपुर में हो रहा है। इसलिए नागपुर समेत विदर्भ के मुद्दों को सदन में अधिक से अधिक उठाने का प्रयास किया जाएगा।

इन पर रहेगा दारोमदार

साल 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण, बालासाहेब थारोत जैसे कई नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है। इससे सदन में कांग्रेस के विधायक विजय वड्डेटीवार, नाना पटोले, नितीन राऊत, राकांपा (शरद) के विधायक जयंत पाटील, शिवसेना (उद्धव) के भास्कर जाधव जैसे विपक्ष के वरिष्ठ नेताओं पर होगा।

कांग्रेस का ढुलमुल रवैया बरकरार

विधानसभा चुनाव में करारी हार के बावजूद कांग्रेस का ढुलमुल रवैया बरकरार है। विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित हुए हैं। चुनाव परिणाम के बाद सत्तारूढ़ और विपक्ष के दो दलों ने सदन के विधायक दल नेता का चयन कर लिया है। लेकिन तीन सप्ताह बाद भी कांग्रेस अभी तक विधानमंडल दल नेता, विधानसभा में विधायक दल नियुक्त नहीं कर पाई है। विधान परिषद में कांग्रेस के विधायक दल नेता सतेज पाटील हैं। सूत्रों के मुताबिक पाटील अपने पद पर बने रहेंगे।

अंबादास दानवे, विप में विपक्ष के नेता के मुताबिक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के गृह जिले में नागपुर में शीत सत्र आयोजित हो रहा है। सरकार को शीत सत्र की अवधि कम से कम दो सप्ताह रखनी चाहिए थी। लेकिन सदन में कामकाज केवल छह दिनों का होगा।



Created On :   14 Dec 2024 9:27 PM IST

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