रणनीति: कांग्रेस की हाई लेवल बैठक, क्रॉस वोटिंग करने वालों पर कार्रवाई! संगठन को चुस्त दुरूस्त करने में जुटा नेतृत्व

कांग्रेस की हाई लेवल बैठक, क्रॉस वोटिंग करने वालों पर कार्रवाई! संगठन को चुस्त दुरूस्त करने में जुटा नेतृत्व
  • अशोक चव्हाण बोले इस बार भी कुछ नहीं होगा
  • आधा दर्जन से ज्यादा राज्यों में बदलेंगे प्रदेश अध्यक्ष!
  • महाराष्ट्र में बदलाव के संकेत नहीं

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हाल ही में संपन्न हुए विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस के सात विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर महायुति के उम्मीदवार को जिता दिया था। अब शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की हाई लेवल बैठक होगी, जिसमें इन विधायकों पर कार्रवाई की जा सकती है। खबर है कि इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के अलावा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण समेत दूसरे नेता भी शामिल होंगे। उधर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद अशोक चव्हाण ने कांग्रेस के कामकाज की खिल्ली उड़ाते हुए कहा है कि कांग्रेस में कभी भी अनुशासन बिगाड़ने वालों पर कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि ऐसा इस बार भी देखने को मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रमुख नाना गावंडे ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस ने पार्टी के खिलाफ विधान परिषद में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के नाम आलाकमान को भेज दिए थे। जिन पर शुक्रवार को होने वाली बैठक में चर्चा होगी। गावंडे ने कहा कि बैठक में एक ऐसा फैसला लिया जाएगा, जिसमें पार्टी का कोई भी विधायक भविष्य में इस तरह की हरकत नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि इस बार पार्टी से गद्दारी करने वाले को कोई माफी नहीं मिलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि साल 2022 में भी कांग्रेस के आधा दर्जन से ज्यादा विधायकों ने विधान परिषद के चुनाव में पार्टी के खिलाफ मतदान किया था, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। चव्हाण ने कहा कि दरअसल आलाकमान ने उस समय पार्टी में होने वाली संभावित बगावत को देखते हुए पार्टी के खिलाफ मतदान करने वाले विधायकों पर कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने कहा कि इस बार भी ऐसा ही होगा। जिन विधायकों ने कांग्रेस के खिलाफ विधान परिषद के चुनाव में मतदान किया है, उनका कुछ नहीं बिगड़ने वाला है।

संगठन को चुस्त दुरूस्त करने में जुटा कांग्रेस नेतृत्व

उधर लोकसभा चुनाव के बाद सियासी पार्टियां अब महाराष्ट्र सहित चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई हैं। इस क्रम में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस विधानसभा चुनाव वाले राज्यों के लिए बैठकें आयोेजित कर रही है तो साथ ही उसकी नजर उन राज्यों पर भी है, जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में उसे अपेक्षित सफलता नहीं मिली है। सूत्रों की मानें तो संगठन को चुस्त दुरूस्त करने के उद्देश्य से कांग्रेस आलाकमान लगभग 6 से 8 राज्यों के मौजूदा प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की तैयारी में है तो कई राज्यों के पार्टी प्रभारी भी इधर-से-उधर होंगे।

महाराष्ट्र में बदलाव के संकेत नहीं

हालांकि चुनाव वाले चार राज्यों महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू कश्मीर में बदलाव के संकेत नहीं हैं। वैसे भी लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में पार्टी का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा है, लिहाजा वहां प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की संभावना नहीं है। लेकिन मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और दिल्ली जैसे राज्य जहां पार्टी का प्रदर्शन लचर रहा है, वहां के प्रदेश अध्यक्षों पर तलवार लटक रही है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि 22 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के बजट सत्र के बाद कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बदलाव होंगे। उन्होंने बताया कि कुछ प्रदेश अध्यक्षों को बदलने की योेजना पर काम चल रहा है तो दो-दो राज्यों का काम देख रहे पार्टी प्रभारियों को भी एक एक राज्य से मुक्त कर उनकी जगह नए चेहरों को प्रभारी नियुक्त किया जाएगा। स्पष्ट है कि संसद सत्र के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की टीम में भी बदलाव देखने को मिलेगा। इसके तहत कुछ नए चेहरों को राज्यों का प्रभारी बनाया जाएगा तो कुछ को पार्टी के अानुषंगिक संगठनों में नियुक्ति होगी।

Created On :   18 July 2024 4:17 PM GMT

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