युवाओं के लिए खास: जर्मनी के बाडेन-वुटेनबर्ग राज्य को कुशल कारीगर उपलब्ध कराने की कवायद तेज

जर्मनी के बाडेन-वुटेनबर्ग राज्य को कुशल कारीगर उपलब्ध कराने की कवायद तेज
  • 10 हजार युवाओं को जर्मन भाषा के साथ अलग-अलग विधाओं में दिया जाएगा कौशल प्रशिक्षण
  • रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जानकारी जल्द

डिजिटल डेस्क, मुंबई. जर्मनी के बाडेन-वुटेनबर्ग राज्य में 30 अलग-अलग विभागों में रोजगार के लिए राज्य सरकार 10 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देगी। राज्य के इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक महाविद्यालयों के साथ अच्छी गुणवत्ता वाले निजी कॉलेजों की भी इस काम के लिए मदद ली जाएगी। इन युवक की मांग के मुताबिक संबंधित क्षेत्र में ट्रेनिंग तो दी ही जाएगी जर्मन भाषा भी पढ़ाई जाएगी जिससे वहां काम करने में उन्हें परेशानी न हो। राज्य सरकार ने यूरोपीय देशों में रोजगार के मौकों को भुनाने के लिए मांग के मुताबिक कुशल श्रमिकों की टीम तैयार कर इन देशों में भेजेने के लिए स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर की अगुआई में एक 19 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में आठ अन्य विभागों के भी मंत्रियों को जगह दी गई है। इस समिति ने अपनी पहली बैठक में इससे जुड़े मुद्दों पर विचारविमर्श किया और सरकारी के साथ निजी कॉलेजों की मदद से विद्यार्थियों के प्रशिक्षण में तेजी लाने का फैसला किया। फिलहाल इसके लिए 76 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।

जर्मनी में खुलेगा महाराष्ट्र हाउस

रिक्त पदों पर कुशल श्रमिक मुहैया कराने के लिए महाराष्ट्र और बाडेन-वुटेनबर्ग सरकार के बीच समझौता हुआ है। इसके तहत जर्मनी के स्टुटगार्ड इलाके में महाराष्ट्र हाउस खोला जाएगा। आगामी 31 जुलाई को इसका उद्घाटन किया जाएगा जिसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री और संबंधित विभागों के मंत्रियों को भी न्यौता भेजा गया है। महाराष्ट्र हाउस के जरिए इस योजना को लेकर जर्मन सरकार से तालमेल किया जाएगा। रोजगार के लिए प्रशिक्षण, वेतन, रहने की व्यवस्था को लेकर जल्द ही दोनों राज्यों के अधिकारी बातचीत के बाद अंतिम फैसला करेंगे।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया की जानकारी जल्द

स्कूली शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि पहले चरण में हम 10 हजार युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देंगे। साथ ही उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया, पात्रता और रजिस्ट्रेशन की रुपरेखा तैयार कर जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा। हम इस काम को तेज गति से पूरा करना चाहते हैं। वहां नर्स, लैब असिस्टेंट, इलेक्ट्रीशियन, कारपेंटर, प्लंबर, रिसेप्शनिस्ट, होटल मैनेजर, हाउस कीपर, ड्राइवर, सेल्स असिस्टेंट, कुक जैसे कामों के लिए जर्मनी में लोगों की जरूरत है। सरकार की कोशिश है कि राज्य के करीब 4 लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देकर यूरोपीय देशों में रोजगार दिलाया जाए।

उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के विद्यार्थी कैसे हासिल करें छात्रवृत्ति

उच्च शिक्षा हासिल करने वाले विद्यार्थियों को उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग कई तरह की छात्रवृत्ति देता है। जानकारी के अभाव में कई बार विद्यार्थी और अभिभावक इन योजनाओं का लाभ नहीं ले पाते। राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील वेबिनार के जरिए विद्यार्थियों, अभिभावकों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को इन योजनाओं की जानकारी देंगे। 25 जुलाई गुरुवार सुबह 10 से 12 बजे तक इसे http://www.parthlive.com पर लाइव देखा जा सकता है। इसके अलावा यूट्यूब पर भी इसका सीधा प्रसारण होगा। राज्य के 5 हजार शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थी, अभिभावक और संस्थानों के सदस्य इसमें शामिल हो सकते हैं। इस दौरान मंत्री पाटील यह भी जानकारी देंगे कि छात्राएं मुफ्त व्यावसायिक शिक्षा से जुड़ी योजना का लाभ कैसे ले सकतीं हैं।

Created On :   24 July 2024 5:26 PM GMT

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